बाइक चलाते समय आंखों से आंसू क्यों निकलते हैं?
जब हम बाइक चलाते हैं या बाइक के पीछे बिना चश्मा पहने बैठते हैं तो हमारी आंखों में आंसू आने लगते हैं। इन आंसूूओं के आने का कारण है कि जब तेज गति से हवा हमारी आंखों से टकराती है, तो हवा हमारी आंखों में उपस्थित नमी को सोख लेती है। हमारी आंख उस नमी को बरकरार रखने के लिए अधिक से अधिक आंसू बनाती है क्योंकि आंख के जिस भाग से आंसू बाहर निकलते हैं, वह इतने अधिक आंसूओं को बाहर नहीं निकाल पाता है और आंसू हमारी आंखों से बाहर आने लगते हैं।
जब हम बाइक चलाते हैं या बाइक के पीछे बिना चश्मा पहने बैठते हैं तो हमारी आंखों में आंसू आने लगते हैं। इन आंसूूओं के आने का कारण है कि जब तेज गति से हवा हमारी आंखों से टकराती है, तो हवा हमारी आंखों में उपस्थित नमी को सोख लेती है। हमारी आंख उस नमी को बरकरार रखने के लिए अधिक से अधिक आंसू बनाती है क्योंकि आंख के जिस भाग से आंसू बाहर निकलते हैं, वह इतने अधिक आंसूओं को बाहर नहीं निकाल पाता है और आंसू हमारी आंखों से बाहर आने लगते हैं।
खून के धब्बे सूखने के बाद काले क्यों हो जाते हैं?
दसअसल हमारे खून में हीमोग्लोबिन और ऑक्सीजन (Hemoglobin and oxygen) होते हैं, जिसकी वजह से ये लाल रंग का दिखाई देेता है। खून में आयरन और ऑक्सीजन की प्रचुर मात्रा होती है। जैसे ही खून हमारे शरीर से अलग होता है इसमें ऑक्सीजन की मात्रा धीरे धीरे कम होने लगती हैै। खून में ऑक्सीजन की कमी से खून का लाल रंग धीरे-धीरे कम होने लगता है और खून काले रंग का दिखाई देने लगता हैै। यह रंग हवा के संपर्क में आने के बाद धीरे-धीरे बदलता है।
दसअसल हमारे खून में हीमोग्लोबिन और ऑक्सीजन (Hemoglobin and oxygen) होते हैं, जिसकी वजह से ये लाल रंग का दिखाई देेता है। खून में आयरन और ऑक्सीजन की प्रचुर मात्रा होती है। जैसे ही खून हमारे शरीर से अलग होता है इसमें ऑक्सीजन की मात्रा धीरे धीरे कम होने लगती हैै। खून में ऑक्सीजन की कमी से खून का लाल रंग धीरे-धीरे कम होने लगता है और खून काले रंग का दिखाई देने लगता हैै। यह रंग हवा के संपर्क में आने के बाद धीरे-धीरे बदलता है।
जुगनू क्यों चमकता है?
जुगनू एक प्रकार का उडऩे वाला कीड़ा है, जिसके पेट में रासायनिक क्रिया से रोशनी पैदा होती है। इसे बायोल्युमिनेसेंस कहते हैं। यह कोल्ड लाइट कही जाती है इसमें इंफ्रा रेड और अल्ट्रा वॉयलेट देनों फ्रीक्वेंसी नहीं होतीं।
जुगनू एक प्रकार का उडऩे वाला कीड़ा है, जिसके पेट में रासायनिक क्रिया से रोशनी पैदा होती है। इसे बायोल्युमिनेसेंस कहते हैं। यह कोल्ड लाइट कही जाती है इसमें इंफ्रा रेड और अल्ट्रा वॉयलेट देनों फ्रीक्वेंसी नहीं होतीं।