जानकारी के अनुसार ब्लैक फंगस के लक्षण में आंखों में लाल पन, आंखों में दर्द, बुखार, सिर दर्द, खांसी, उल्टी में खून, सांस में तकलीफ, मानसिक स्थिति में बदलाव हो सकते हैं। अगर आपको भी इस प्रकार के लक्षण नजर आ रहे हैं। तो किसी चिकित्सक को दिखाना बहुत जरूरी है।
ब्लैक फंगस ऐसा फंगल इंफेक्शन बताया जा रहा है। जिसे कोरोना वायरस ट्रिगर करता है। यह इंफेक्शन नाक से शुरू होता है, जो धीरे-धीरे आंखों तक बढ़ता है। इसलिए इंफेक्शन नजर आते ही इसका इलाज शुरू कर देना चाहिए। ताकि इस पर कंट्रोल किया जा सके। ब्लैक फंगस ऐसा गंभीर रोग है। जो कोरोना वायरस से ठीक हुए मरीजों को भी अपनी चपेट में ले रहा है। महाराष्ट्र, गुजरात के साथ अब मध्यप्रदेश में भी इसके कुछ पीड़ित लोग नजर आ रहे हैं। इस संबंध में ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने लोगों को ब्लैक फंगस के शुरुआती लक्षण को पहचानकर बचने की सलाह दी है।
इस तरह बचाव करें ब्लैक फंगस से बचने के लिए आप मास्क पहन कर रखें। भीड़ भाड़ व धूल वाली जगह पर नहीं जाए। मिट्टी व खाद, कीचड़ जैसी जगह के समीप जाते वक्त अपने आप को सुरक्षित करके जाएं। उस वक्त जूते, ग्लव्ज, फुल स्लीव शर्ट और पैंट पहने, साफ सफाई का ध्यान रखें। डायबिटीज पर भी कंट्रोल रखें। इसी के साथ कोविड-19 से रिकवर होने के बाद अपने ब्लड शुगर लेवल को मॉनिटर करते रहें। एंटीबायोटिक ओर एंटी फंगल दवाओं का इस्तेमाल जरूरत पड़ने पर चिकित्सक की सलाह पर ही करें।
ब्लैक फंगस के लक्षण को नजरअंदाज नहीं करें। और बंद नाक बाली स्थिति को बैक्टीरियल साइनसाइटिस समझने की भूल नहीं करें। ब्लैक फंगस मरीज की आंख, नाक, हड्डी और जबड़े को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए इसका समय रहते इलाज करना चाहिए।