सांस से जुड़ी दिक्कतें
कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके मरीजों को चेस्ट थैरेपी कराने से फेफड़े अच्छे से काम करते हैं। यदि किसी तरह की कोई समस्या है तो ब्रीदिंग यानी सांस से जुड़ी समस्या हो सकती है। कोरोना वायरस का संक्रमण होने पर कई लोगों को खाने में किसी तरह का कोई स्वाद महसूस नहीं होता है, वहीं उन्हें गंध का पता भी नहीं चलता है। पहले इस लक्षण के बारे में पता नहीं था।ऐसे लक्षण सामने आने पर तत्काल जांच करवाना बेहद जरूरी है। इस तरह का कोई लक्षण सामने आने पर मरीज को दूसरे लोगों से दूरी बना लेनी चाहिए और चेहरे को पूरी तरह से ढंक कर रखना चाहिए।
कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके मरीजों को चेस्ट थैरेपी कराने से फेफड़े अच्छे से काम करते हैं। यदि किसी तरह की कोई समस्या है तो ब्रीदिंग यानी सांस से जुड़ी समस्या हो सकती है। कोरोना वायरस का संक्रमण होने पर कई लोगों को खाने में किसी तरह का कोई स्वाद महसूस नहीं होता है, वहीं उन्हें गंध का पता भी नहीं चलता है। पहले इस लक्षण के बारे में पता नहीं था।ऐसे लक्षण सामने आने पर तत्काल जांच करवाना बेहद जरूरी है। इस तरह का कोई लक्षण सामने आने पर मरीज को दूसरे लोगों से दूरी बना लेनी चाहिए और चेहरे को पूरी तरह से ढंक कर रखना चाहिए।