सानिका पटेल अपने पिता संजय खेरवा के मार्गदर्शन में चार साल की उम्र से कविता पाठ और भाषण के मंच साझा कर रही सानिका खेती-किसानी के मुद्दों और इसकी बातों में इतनी रच-बस गई है कि दिल्ली में भी उन्होंने अपनी बातों का डंका बजा दिया। एक के वीडियो में वे कहती सुनाई दे रहीं हैं कि हमारी लड़ाई इन तीन काले कानून के साथ ही सत्ता, बिकाऊ मीडिया, ढेरों गलत जानकारियां और सर्दी से है।
भाषण में वह कहती नजर आ रही हैं कि सर छोटूराम, बाबा टिकैत (महेंद्र सिंह टिकैत), चौधरी चरण सिंह, चौधरी देवीलाल आदि की कर्मस्थली है। इन सरहदों (जहां आंदोलन चल रहा है) में इतनी ताकत है कि आपकी छोटी सी बेटी को मप्र से यहां आना पड़ा। आलमपुर गांव में जन्मीं सानिका हरदा कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ाई करती हैं। वे विद्या बालन अभिनीत फिल्म ‘नटखट में उनके बेटे का किरदार निभा चुकी हैं।
कृषि कानूनों के विरोध में किसान कर रहे आंदोलन
आपको बता दें कि, देश की राजधानी दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन की आग धीरे धीरे देशभर में फैलने लगी है। इसी कड़ी में रविवार को राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के सिवनी जिले के पदाधिकारी भी दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिये बड़ी संख्या में किसानों के साथ रवाना हो गए हैं।केंद्र सरकार द्वारा लागू किये गए कृषि कानून के विरोध में देश के कई किसान विरोध में हैं। इसी तर्ज पर राजधानी दिल्ली के नजदीक हजारों की संख्या में किसान आंदोलन कर रहे हैं। इस आंदोलन को देश के कई किसानों का समर्थन मिल चुका है।