निजी अस्पताल में नहीं करवानी होगी सर्जरी
जिला अस्पताल में दो एमएस गायनी होने से एमसीएच यूनिट की व्यवस्थाओं में पहले से और सुधार होगा। अब गर्भवती व उनके परिजनों को सर्जरी करवाने के लिए इंतजार नहीं करने पड़ेगा। दो एमएस गायनी में एक एमएस गायनी हर समय उपलब्ध होने से सर्जरी हो सकेगी और निजी अस्पतालों में ही नहीं जाने पड़ेगा। निजी अस्पताल में एक सर्जरी पर 30 हजार से अधिक खर्च आता है। जबकि जिला अस्पताल में यह सेवाएं पूरी तरह निशुल्क है।
जिला अस्पताल में दो एमएस गायनी होने से एमसीएच यूनिट की व्यवस्थाओं में पहले से और सुधार होगा। अब गर्भवती व उनके परिजनों को सर्जरी करवाने के लिए इंतजार नहीं करने पड़ेगा। दो एमएस गायनी में एक एमएस गायनी हर समय उपलब्ध होने से सर्जरी हो सकेगी और निजी अस्पतालों में ही नहीं जाने पड़ेगा। निजी अस्पताल में एक सर्जरी पर 30 हजार से अधिक खर्च आता है। जबकि जिला अस्पताल में यह सेवाएं पूरी तरह निशुल्क है।
पहले जैसी होंगी व्यवस्थाएं
अब जिला अस्पताल में दो एमएस गायनी होने से एमसीएच यूनिट के ओटी वार्ड की व्यवस्थाओं में और सुधार होगा। एक ही एमएस गायनी होने से डे-ऑफ में भी परेशानी होती थी। पहले की तरह जिला अस्पताल में प्रतिमाह 150 के करीब सर्जरी होने से जिले को राहत मिलेगी।
डॉ. एमपी शर्मा, पीएमओ, जिला अस्पताल, हनुमानगढ़
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अब जिला अस्पताल में दो एमएस गायनी होने से एमसीएच यूनिट के ओटी वार्ड की व्यवस्थाओं में और सुधार होगा। एक ही एमएस गायनी होने से डे-ऑफ में भी परेशानी होती थी। पहले की तरह जिला अस्पताल में प्रतिमाह 150 के करीब सर्जरी होने से जिले को राहत मिलेगी।
डॉ. एमपी शर्मा, पीएमओ, जिला अस्पताल, हनुमानगढ़
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