सूचना पाकर कैथी पुलिस चौकी इंचार्ज रवींद्र कुमार हमराहियों के साथ धुन्धपुर पहुंचे। गांव के बाहर एक मंदिर के समीप जुआं हो रहा था। पुलिस के पहुंचते ही जुआरी भागने लगे। पुलिस ने तीन जुआरियों को पकड़ लिया। जिसमे एक धुंधपुर का निवासी बकरी व्यापारी था। दो लोग अतरैया गांव के निवासी बताए जा रहे है।
कमलेश निषाद के पकड़े जाने की सूचना पाकर उसकी पत्नी व बेटी आदि आ धमके और दरोगा से कहासुनी शुरू कर दी। वाद विवाद बढ़ने पर कमलेश निषाद की पत्नी रामपति व पुत्री कोमल निषाद अन्य लोगों के साथ दरोगा से भिड़ गई और दरोगा के नाक में चोट पहुंचाकर लहूलुहान कर दिया। इसके बाद सभी जुआड़ियों को गाली-गलौज करते हुए छुड़ाकर ले गये। इस दौरान साथ गए सिपाही गिरेंद्र सिंह व सोहन सिंह यादव तमाशबीन बने रहे। अचानक हुए हमले की सूचना चौकी इंचार्ज ने थानाध्यक्ष वीरेंद्र प्रताप सिंह को दी।
एक भी जुआड़ी नहीं लगा पुलिस के हाथ
पुलिस पर हमले की सूचना पाकर थानाध्यक्ष एसआई एनके यादव के साथ भारी पुलिस बल लेकर गांव पहुंचे और जुआड़ियों की तलाश में गांव के आसपास कई किलोमीटर तक दबिश दी। लेकिन एक भी जुआड़ी हाथ नहीं लगा है। घायल दरोगा का मौहर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार कराया गया। अचानक हुई इस घटना के बाद गांव में तमाशबीनों का जमावड़ा लग गया। थानाध्यक्ष ने बताया कि दरोगा जुआड़ियों को पकड़ते समय गिरकर घायल हुए हैं। साथ गए सिपाही भी मामूली रूप से चोटिल हो गए हैं। सभी जुआड़ियों को चिन्हित कर लिया गया है। जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सीओ सदर अनुराग सिंह ने बताया कि जुआड़ियों को पकड़ने के दौरान विवाद हुआ है जिसमें कैथी चौकी इंचार्ज घायल हुए है। इस मामले की जांच कराई जा रही है।