MP के तीनों हाईकोर्ट में 9 अगस्त से प्रारंभ होगी प्रत्यक्ष सुनवाई हमले के दौरान बाबा ने भाग कर अपनी जान बचाई। बाबा ने देर रात गोले के मंदिर थाने में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कराया। रविवार रात करीब 10:30 बजे हुए हमले के बाद सोमवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए मिर्ची बाबा ने बताया, वह गोमाता को राष्ट्रीय माता घोषित करने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। इसी के तहत रविवार को गोशाला की स्थिति देखने के लिए ग्वालियर प्रवास पर आए थे। इसकी सूचना एसपी को भी दी गई थी और उन्होंने सुरक्षा देने के लिए भी कहा था, लेकिन कोई व्यवस्था नहीं की। इसकी नतीजा रहा कि रविवार को अज्ञात बदमाशों ने जानलेवा हमला कर दिया।
Sawan 2021 रतलाम में भी विराजमान हैं महाकाल, उज्जैन मंदिर तक है गुफा हालांकि सोमवार को बाबा की सुरक्षा के लिए एक पुलिस का जवान पदस्थ कर दिया गया है। उन्होंने कहा, नकाबपोश बदमाश जो संख्या में 3 थे कह रहे थे कि चंबल अंचल में बहुत आंदोलन कर रहे हो, अगर आगे से आंदोलन किया तो जान से मार देंगे। बाबा ने कहा, मैं भी चंबल का सपूत हूं और इस जनविरोधी सरकार के खिलाफ आंदोलन करता रहूंगा, मैं मरने से नहीं डरता हूं। लेकिन मुख्यमंत्री से पूछना चाहता हूं कि वे संतों को क्यों सुरक्षा नहीं दे पा रहे हैं।
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धर्म गुरु महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्य नंद गिरी महाराज (मिर्ची बाबा) के ग्वालियर प्रवास के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा उनके वाहन पर हमला कर उन्हें नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया गया, जो अत्यंत निंदनीय है।
धर्म गुरु महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्य नंद गिरी महाराज (मिर्ची बाबा) के ग्वालियर प्रवास के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा उनके वाहन पर हमला कर उन्हें नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया गया, जो अत्यंत निंदनीय है।