ग्लूकोज की बाेतल व पैरासिटामोल आई का टोटा

दोगुनी हो गई डिमांड, मरीज व परिजन परेशान

ग्वालियर. शहर में डेंगू का कहर बढ़ रहा है. डेंगू के मरीज लगातार व तेजी से बढ़ रहे हैं जिसके कारण दवाइयों का टोटा पड़ने लगा है. हाल ये है कि डेंगू मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण ग्लूकोज की बोतल यानि एनएस, आरएल की बोतल की डिमांड दोगुनी हो गई है. और तो और बुखार आने पर चढ़ाई जाने वाली पैरासिटामोल की बोतल भी बमुश्किल मिल पा रही है.
शनिवार को शहर में डेंगू के एक साथ 19 मरीज मिले. जिलेभर में कुल 31 मरीजों में डेंगू पाजिटिव पाया गया. डेंगू के बढ़ते प्रकोप के साथ ही मलेरिया भी असर दिखा रहा है. अस्पतालों के आंकड़े बता रहे हैं कि मलेरिया धीरे—धीरे पैर पसारने लगा है. ओपीडी में दिखाने आने वाले मरीजाें में 10 से 15 फीसदी मरीजों में मलेरिया के लक्षण मिल रहे हैं.
हालांकि डाक्टर्स इसे नकार रहे हैं. जीआरएमसी के मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर,डॉ. प्रदीप प्रजापति बताते हैं कि इन मरीजों की जांच में मलेरिया नहीं निकलता है। लिहाजा ऐसे मरीजों को लक्षण के आधार पर एंटी मलेरियल दवा दी जा सकती है. इस बीच जयारोग्य चिकित्सालय के सेंट्रल पैथोलॉजी लैब में पिछले 20 दिनों में मलेरिया के 802 संदिग्ध मरीजों के सैंपल की जांच की गई।
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बताते हैं कि जांच में किसी को भी मलेरिया होने की पुष्टि नहीं हुई. हालांकि सरकारी आंकड़ों के इतर अन्य अस्पतालों, प्राइवेट लैब्स, मेडिकल स्टोर्स संचालकों की मानें तो मलेरिया का खतरा लगातार बढ़ है. इससे दवाओं की किल्लत पैदा हो गई है. डेंगू मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण ग्लूकोज की बोतल—एनएस की डिमांड दोगुनी हो गई है.

आरएल की बोतल की डिमांड भी बढ़ गई है. बुखार आने पर चढ़ाई जाने वाली पैरासिटामोल आई की बोतल भी बाजार में बमुश्किल मिल पा रही है. अंचल के सबसे बड़े अस्पताल जयारोग्य चिकित्सालय में इसका टोटा पड़ गया है. हाल ये है कि यहां भर्ती मरीजों को पैरासिटामोल आई की बोतल बाजार से खरीदकर लाना पड़ रही है।

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