वृद्धा के साथ 12 अन्य भी थे संक्रमित
मदर ओल्ड ऐज होम में रह रही सौ वर्षीय माई हांडिक के साथ 12 अन्य बुजुर्ग भी कोरोना से संक्रमित मिले थे। इनमें से पांच को अब तक अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है। माई हांडिक को करीब दस दिन पहले गुवाहाटी के महेन्द्र मोहन चौधरी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसका उपचार करने वाले चिकित्सक उसके उच्चरक्तचाप को लेकर चिंतित थे। इसके बावजूद हांडिक ने जरा भी धैर्य नहीं खोया। उपचार के दौरान वह मुस्कराती रही और उसने अपनी सोच सकारात्मक रखी। यही एक बड़ा कारण भी रहा कि उसने मौत को मात दे दी।
स्वास्थ्य मंत्री का आभार जताया
उपचार के दौरान चिकित्सकों ने उसे प्रतिदिन अंडे, केले चपाती और सब्जी दी। बीच-बीच में उसे मछली और मीट भी खिलाया गया। चिकित्सकों का कहना है कि माई हांडिक का ठीक होने से यह सीखने को मिला कि मजबूत इच्छा शक्ति से कोरोना को हराया जा सकता है। डिस्चार्ज होने के बाद बेहतर केयर करने के लिए हांडिक ने सबका आभार जताया। इसके अलावा उसने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिश्व शर्मा का भी तहे दिल से आभार जताते हुए कहा कि शर्मा कोरोना पीडि़तों के लिए उपचार के लिए वे अच्छा प्रयास कर रहे हैं।
गाए असमिया गीत
डिस्चार्ज होने के दौरान मनाए जश्न के दौरान चिकित्सकों और नर्सिंग स्टॉफ द्वारा मनाए गए जश्न में माई हांडिक भी शरीक हुई। हांडिक ने अपने पूरे स्वर सहित असमिया गीत सुनाए। उसका यह उत्साह देखकर वहां मौजूद सभी आश्चर्यचकित रह गए।