हॉटलाइन पर दिया जवाब
इससे पहले 8 सितंबर को किए अपने एक अन्य ट्वीट में केंद्रीय मंत्री ने कहा था, “चीन के पीएलए ने भारतीय सेना द्वारा भेजे गए हॉटलाइन संदेश का जवाब दिया है। उन्होंने पुष्टि की है कि अरुणाचल प्रदेश से लापता हुए युवक उनकी तरफ मिल गए हैं। उन लोगों को हमारे अधिकारियों को सौंपने के अन्य तरीकों पर काम किया जा रहा है।”
भाग निकले दो ने दी थी जानकारी
बीते शनिवार को तागिन समुदाय के 5 लोगों, जो कि नाचो शहर के पास एक गांव के रहने वाले हैं, का चीनी सेना द्वारा अपहरण कर लिया गया था। इन पांच लापता भारतीयों के परिवारों ने कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई थी। अरुणाचल पुलिस भी इन पांचों लोगों को खोज नहीं पाई। बताया गया कि इन्हें चीन की सेना ने अगवा किया है। लापता हुए इन पांच लोगों के साथ दो और लोग थे जो भाग निकलने में कामयाब हो गए, इन्होने ही पूरी जानकारी दी। अपहरण के वक्त वो जंगल में शिकार के लिए गए थे।
लापता पांचों की शिनाख्त
लापता हुए इन पांच लोगों के साथ दो और लोग थे जो लोग भाग निकलने में कामयाब हो गए, उन्होंने अन्य अगवा लोगों के बारे में जानकारी दी थी। अगवा हुए इन पांचों लोगों की पहचान टोच सिंगकम, प्रसात रिंगलिंग, डोंगटू इबिया, तानु बाकेर और नागरु दिरी के रूप में हुई। ये सीभी तागिन समुदाय के हैं। ऑल अरुणचल प्रदेश स्टूडेंट्स यूनियन (एएपीएसयू) ने केंद्र और राज्य सरकार से पांचों की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित कराने का अनुरोध किया था।
पहले चीन ने किया था इंकार
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने पहले कहा था कि उनके पास पांच गुमशुदा भारतीयों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। प्रवक्ता ने बताया कि इन पांचों की रिहाई को लेकर भारतीय सेना ने चीन की सेना (पीएलए) को संदेश भेजा था। ये पांचों 3 सितंबर से लापता हैं। लेफ्टिनेंट कर्नल हर्षवर्धन पांडेय ने कहा था, ‘अभी तक हमें चीन की ओर से हॉट लाइन मेसेज का कोई जवाब नहीं मिला है।Ó