क्या कहा ओम प्रकाश धनखड़ ने लिखा है- ‘पार्टी किसानों के मुद्दों के सदैव साथ है। मंडियों में एक-एक दाने की एमएसपी पर खरीद करवा रही है। आपको पार्टी ने जिलाध्यक्ष बनाकर, चुनाव लड़वाकर एवं संसदीय सचिव बनाकर बहुत मान सम्मान दिया। किन्तु आप चुनाव में कर्णदेव कम्बोज का साथ देने में असमर्थ रहे। आपकी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाएं हावी रहीं। आपके लिए अभी यही एकमात्र रास्ता बचा था। आपका इस्तीफा स्वीकार है’।
भाजपा नेता ने खुलकर किया विरोध नए कृषि कानून के बाद से किसान इसका विरोध कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि पहले ही उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामने करना पड़ता है, इस कानून के बाद से और अधिक दिक्कत बढ़ जाएंगी। कृषि कानून का विपक्ष के साथ-साथ बीजेपी के भी कई नेता विरोध कर रहे हैं। कुछ दबी जुबान से तो कुछ खुलकर सामने आ गए हैं। इन्हीं में श्याम सिंह राणा हैं।
पंजाब और हरियाणा में विरोध मुखर कृषि कानूनों के खिलाफ शिरोमणि अकाली दलकी नेता और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने अपने पद से इस्तीफा दिया है। इसके बाद अकाली और बीजेपी का सालों पुराना रिश्ता भी टूट गया। पंजाब और हरियाणा में कृषि कानूनों के खिलाफ जमकर आंदोलन हो रहा है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह स्वयं अगुआई कर रहे हैं।