लर्निंग ड्रायविंग लाइसेंस के लिए नहीं लगाना होंगे आरटीओ कार्यालय के चक्कर
गुना। यदि आपको लर्निंग लाइसेंस की जरूरत है तो उसके लिए आपको अब आरटीओ कार्यालय जाने की जरूरत नहीं हैं। अब आप आज से अपने घर पर बैठकर लर्निंग लाइसेंस बनवा सकते हैं। इसके लिए ऑन लाइन आवेदन करना होगा। ऑन लाइन एप्लाई करने के बाद एग्जाम होगा, जिसमें आप पास हो जाएंगे तो आपका लर्निंग लाइसेंस तत्काल बन जाएगा। इस आशय की व्यवस्था कर मप्र परिवहन विभाग ने लर्निंग लाइसेंस के मामले में गुना समेत अन्य जिलों के लोगों को सौगात दी है।
आरटीओ रवि बरेलिया के अनुसार लर्निंग लाइसेंस के लिए संबंधित वाहन चालक को आरटीओ कार्यालय में आकर आवेदन लगाने आना पड़ता था। वहां पर डॉक्यूमेन्ट वेरीफिकेशन के बाद परीक्षा होती थी। जब उस परीक्षा में पास हो जाते थे तब जाकर लर्निंग लाइसेंस बनता था।
अब कोई भी एप्लाई कर सकता है
हाल ही में यानि एक अगस्त से परिवहन विभाग ने लर्निंग लाइसेंस के मामले में एक सौगात दी है,जिसके तहत कोई भी अब घर बैठे ऑन लाइन एप्लाई कर सकता है। इसके लिए उसे मध्यप्रदेश परिवहन विभाग की वेबसाइट और सारथी पोर्टल पर 1 अगस्त से आवेदक को लर्निंग लाइसेंस के लिए आवेदन, आवेदक द्वारा स्वयं आधार प्रमाणीकरण के द्वारा किए जाएंगे। आवेदक का आधार नम्बर दर्ज करते ही सारी आवश्यक जानकारी पोर्टल पर दर्ज हो जाएगी। इसके बाद पुरुष आवेदकों को निर्धारित फीस ऑन लाइन देनी होगी। जबकि महिला आवेदकों के लिए यह सुविधा नि: शुल्क होगी। प्रमाणीकरण के बाद 20प्रश्न ऑन लाइन पूछे जाएंगे, जिनमें से कम से कम 12 प्रश्नों का जवाब सही देना होगा। टेस्ट पास होने पर लर्निंग लाइसेंस स्वत: जारी हो जाएगा, जिसे आवेदक द्वारा प्रिंट किया जा सकता है।
जिला परिवहन अधिकारी रवि बरेलिया ने बताया कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय व राष्ट्रीय सूचना केन्द्र के माध्यम से परिवहन कार्यालयों को कम्प्यूटरीकरण ई-ट्रांसपोर्ट सुविधा प्रदान की जा रही ह। इस संबंध में सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना की स्थिति को देखते हुए यह संपर्क-विहीन सेवा बहुत उपयोगी साबित होगी।
लोगों को मिलेगी राहत
लर्निंग लाइसेंस बनवाने के लिए आरटीओ कार्यालय में एक माह में लगभग दो सौ से तीन सौ के करीब आवेदन आते हैं। आरटीओ कार्यालय शहर से पांच किलोमीटर दूर स्थित होने से लोगों को आने-जाने में भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। एक दिन में काम पूरा नहीं होने पर दोबारा कार्यालय जाना पड़ता है। इस तरह नई सुविधा में लोगों का समय बचेगा और परेशानी से निजात मिल सकेगी।