उल्लेखनीय है कि धरनावदा थाना पुलिस द्वारा विगत दिनांक 16 अक्टूबर को थाना क्षेत्र में किसानों को नकली खाद बेचते हुये तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में तीनों आरोपियों के विरूद्ध धारा 420 भादवि एवं 3/7 ईसी एक्ट के तहत प्रकरण पंजीवद्ध कर विवेचना में लिया गया, प्रकरण में की गई गहन विवेचना से प्रकरण में धारा 46 7, 46 8 , 471 भादवि इजाफा की गई। जिले के भोले-भाले किसानों को छल पूर्वक नकली खाद बेचे जाने के मामले को गुना पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार मिश्रा द्वारा गंभीरता से लिया और इस नकली खाद बनाने वाले गिरोह की अंमित कड़ी तक जाकर मामले में सख्त से सख्त कार्यवाही हेतु पुलिस की विशेष टीमें लगाई गईं थीं।
पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार मिश्रा के अनुसार नकली खाद के साथ पकड़े गये तीनों आरोपियों से पुलिस द्वारा सख्ती से पूछताछ कर उनके गिरोह में शामिल अन्य सदस्यों की पतारसी की गई और जिनकी तलाश में राजस्थान तथा अन्य विभिन्न स्थानों पर सघन दविशें दी गई। पुलिस ने राजस्थान के जयपुर से नकली खाद लाकर प्रदेश के विभिन्न जिलों में किसानों को छल पूर्वक नकली खाद बेचने वाले 11 एजेन्टों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है और मामले में सक्रियता से कार्यवाही करते हुये नकली खाद गिरोह की अंतिम कड़ी तक पहुंचने में आखिरकार गुना पुलिस सफल हुई और 20 अक्टूबर को नकली खाद तैयार करने वाले राजस्थान के जयपुर जिले के ग्राम रैनवास निवासी अमित कुमार पुत्र महेश कुमार पाराशर को दबोच लिया है।
ऐसे करते थे खाद तैयार
मुख्य सरगना अमित पाराशर ने पूछताछ पर बताया कि वह नीलकण्ड फिल्टेऊट प्रायवेट लिमिटेड किशनगढ़, राजस्थान से मुल्तानी मिट्टी और डोलामाईट चूना को मिलाकर तैयार वेण्टोनाइट लाईम नामक खनिज को लेता था और जिसे खाद के प्रिंटेट बोरों में भरकर नकली खाद के बोरे तैयार करता था और इस बोरे को तैयार करने में प्रति बोरी 28 0 रूपये का खर्चा आता है। उसके द्वारा तैयार कराये गये नकली खाद को वह रफीक पुत्र कालू खां निवासी ग्राम ओड़ली, थाना सीकली, जिला भरतपुर, राजस्थान को ऑर्डर पर 350 रूपये प्रति बोरा पर उपलब्ध कराता था। रफीक खांन अपने एजेन्टों के माध्यम से उक्त नकली खाद के बोरों को विभिन्न जगह किसानों को तरह-तरह के प्रलोभन देकर 1200 रूपये प्रति बोरी के हिसाब से बेचता था। गुना पुलिस द्वारा प्रकरण में शेष आरोपी रफीक खान की सघनता से तलाश की जा रही है और जिसे भी शीघ्र गिरफ्तार कर अग्रिम कार्यवाही की जावेगी।
पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार मिश्रा के अनुसार नकली खाद के साथ पकड़े गये तीनों आरोपियों से पुलिस द्वारा सख्ती से पूछताछ कर उनके गिरोह में शामिल अन्य सदस्यों की पतारसी की गई और जिनकी तलाश में राजस्थान तथा अन्य विभिन्न स्थानों पर सघन दविशें दी गई। पुलिस ने राजस्थान के जयपुर से नकली खाद लाकर प्रदेश के विभिन्न जिलों में किसानों को छल पूर्वक नकली खाद बेचने वाले 11 एजेन्टों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है और मामले में सक्रियता से कार्यवाही करते हुये नकली खाद गिरोह की अंतिम कड़ी तक पहुंचने में आखिरकार गुना पुलिस सफल हुई और 20 अक्टूबर को नकली खाद तैयार करने वाले राजस्थान के जयपुर जिले के ग्राम रैनवास निवासी अमित कुमार पुत्र महेश कुमार पाराशर को दबोच लिया है।
ऐसे करते थे खाद तैयार
मुख्य सरगना अमित पाराशर ने पूछताछ पर बताया कि वह नीलकण्ड फिल्टेऊट प्रायवेट लिमिटेड किशनगढ़, राजस्थान से मुल्तानी मिट्टी और डोलामाईट चूना को मिलाकर तैयार वेण्टोनाइट लाईम नामक खनिज को लेता था और जिसे खाद के प्रिंटेट बोरों में भरकर नकली खाद के बोरे तैयार करता था और इस बोरे को तैयार करने में प्रति बोरी 28 0 रूपये का खर्चा आता है। उसके द्वारा तैयार कराये गये नकली खाद को वह रफीक पुत्र कालू खां निवासी ग्राम ओड़ली, थाना सीकली, जिला भरतपुर, राजस्थान को ऑर्डर पर 350 रूपये प्रति बोरा पर उपलब्ध कराता था। रफीक खांन अपने एजेन्टों के माध्यम से उक्त नकली खाद के बोरों को विभिन्न जगह किसानों को तरह-तरह के प्रलोभन देकर 1200 रूपये प्रति बोरी के हिसाब से बेचता था। गुना पुलिस द्वारा प्रकरण में शेष आरोपी रफीक खान की सघनता से तलाश की जा रही है और जिसे भी शीघ्र गिरफ्तार कर अग्रिम कार्यवाही की जावेगी।