खाड़ी देशों में हर चौथा व्यक्ति केरल से
मैथ्यू जैसे अप्रवासी भारतीयों की कुछ ऐसी ही कहानी है। एक आंकड़े के अनुसार केरल के पांच से 10 लाख लोग खाड़ी देशों संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कतर, बहरीन, ओमान और कुवैत में रहते हैं। हर पांचवें घर से एक व्यक्ति खाड़ी देशों में रहता है। इसी तरह खाड़ी देशों में रह रहा हर चौथा भारतीय केरल का है।
राज्य की आय की एक तिहाई राशि
खाड़ी देशों मे रह रहे अप्रवासी नियमित घर पर पैसा भेजते थे। एक आंकड़े के अनुसार वहां से साल 2019 में एक ट्रिलियन यानी दस खरब रुपए भेजे गए जो राज्य की की कुल आय का करीब एक तिहाई था। इससे राज्य की अर्थव्यवस्था पर भी बड़ा असर होगा। इससे सवाल उठने लगे हैं कि क्या कोरोना वायरस भी 2008 में कुवैत युद्ध की तरह लंबे समय के लिए आर्थिक मंदी दे जाएगा।
इन देशों में खुल सकते हैं विकल्प
केरल के योजना बोर्ड के सदस्य व अर्थशास्त्री आर. रामकुमार ने कहा कि केरल की वित्तीय स्थिति पहले से खराब है। हमें देखना होगा कि कि जो अप्रवासी भारतीय लौटे हैं उनके पास किस तरह का कौशल है। उसका उपयोग हम कैसे कर सकते हैं। सेंटर फॉर डेवलपमेंट स्टडीज के एस इरुदया राजन ने कहा कि सिंगापुर, मलेशिया जैसे देशों में नए विकल्प खुलेंगे।
राज्य में बढ़ सकते हैं संक्रमित
सिर्फ संयुक्त अरब अमीरात में 26898 केस मिल चुके हैं। रोजाना 500 नए मामले दर्ज हो रहे हैं। इससे खाड़ी देशों से लौट रहे भारतीयों से राज्य में संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ सकती है।