इसी कड़ी में संयुक्त अरब अमीरात ने रमजान के महीने में कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर गाइडलाइन जारी कर दिया है। UAE ने इस बार रमजान के मौके पर दी जाने वाली इफ्तार पार्टी पर रोक लगा दी है। इतना ही नहीं मस्जिदों में धार्मिक उपदेश देने पर भी पाबंदी लगा दी है।
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इसके अलावा, UAE की नेशनल इमरजेंसी क्राइसिस एंड डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (NCEMA) ने कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए अन्य कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं। NCEMA ने रमजान के दौरान देश के किसी भी रेस्तरां को इफ्तार का खाना रेस्तरां के अंदर या बाहर बांटने की इजाजत नहीं दी है। बता दें कि रमजान के मौके पर UAE में घरों व दफ्तरों में इफ्तार पार्टी देने का चलन है।
रमजान के दौरान रहेंगी ये पाबंदियां
NCEMA ने कहा है कि कोरोना संक्रमण के प्रभाव से लोगों को बचाने के लिए रमजान के दौरान शाम को एक-दूसरे से मिलने से बचें साथ ही एक-दूसरे के घरों व परिवारों के बीच खाने का आदान-प्रदान न करें। रमजान के दौरान NCEMA ने कई तरह की और पाबंदियां लगाई है। इसमें पारिवारिक और संस्थागत इफ्तार पार्टी पर रोक है तो वहीं सार्वजनिक जगहों पर मिलकर खाने-पीने व घरों व मस्जिदों के बाहर इफ्तार पार्टी का खाना बांटने पर भी पाबंदी है।
कोरोनाकाल- इफ्तार व सहरी में संतुलित खानपान पर रखें ध्यान
NCEMA ने कहा है कि यदि कोई ऐसा करना चाहता है कि वह चैरिटी संस्थाओं से संपर्क कर सकते हैं और जो भी डोनेशन देना चाहते हैं या जकात करना चाहते हैं उसे डिजिटल माध्यम से किया जाए। जानकारी के अनुसार, मस्जिदों में धार्मिक उपदेश देने या बैठकें करने पर प्रतिबंध रहेगी तो वहीं ईशा और तरावीह की दुआ के लिए अधिकतम 30 मिनट की अनुमति होगी। NCEMA ने कहा है कि डिजिटल माध्यम से उपदेश देने या बैठकें कर सकते हैं।
आपको बता दें कि संयुक्त अरब अमीरात में तेजी के साथ कोरोना टीकाकरण किया जा रहा है। अब तक 50 फीसदी से अधिक लोगों को टीका लगाया जा चुका है। NCEMA के मुताबिक देश की 52.46 फीसदी आबादी का कामयाबी से टीकाकरण हो चुका है। UAE में अब तक 4,34,465 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 1,424 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, 4,16,105 लोग ठीक भी हो चुके हैं।