सऊदी गठबंधन सेना ने सादा हमले की गलती स्वीकारी, 51 लोगों की हुई थी मौत

बच्चों को निशाना बनाकर किए गए हमले के लिए गठबंधन सेना ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से माफी मांगी है।

<p>सऊदी गठबंधन सेना ने सादा हमले की गलती स्वीकारी, 51 लोगों की हुई थी मौत</p>

रियाद: सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन ने शनिवार को यमन के सादा शहर को निशाना बनाकर किए गए हमलों के लिए गलती मानी है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, गठबंधन ने जॉइंट इंसिडेंट एसेसमेंट टीम (जेआईएटी) द्वारा नौ अगस्त के सादा हमले पर दिए गए निष्कर्षो को स्वीकार किया है, जिसमें हमले के संदर्भ में रूल ऑफ एंगेजमेंट (लड़ाई के नियम) के पालन में गलतियां गिनाई गई हैं। गठबंधन के संयुक्त बल कमांड ने गलतियों पर खेद व्यक्त किया है। गठबंधन सेना ने पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी सहानुभूति, शोक और एकजुटता प्रकट की है और जेआईएटी के परिणामों और निष्कर्षों पर अपनी सहमति जताई है। सेना ने इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होने देने की गारंटी के तौर पर रूल ऑफ एंगेजमेंट को बढ़ाने और संशोधित करने की बात कही है।

51 लोगों की हुई थी मौत

यमन के उत्तरी सादा प्रांत में एक स्कूली बस पर गठबंधन के हवाई हमले में नौ अगस्त को 51 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें 40 बच्चे शामिल थे। इन बच्चों की उम्र दस साल से कम थी। हमले में 64 अन्य घायल हो गए थे। बताया जाता है कि हमले की चपेट में स्कूली बसें आ गई थीं जिसकी वजह से बच्चे मारे गए। गठबंधन सेना के इस हमले की दुनिया भर में आलोचना हुई थी। बता दें कि हौती मिलीशिया के खिलाफ यमन की निर्वासित सरकार के समर्थन में सऊदी अरब, अन्य अरब देशों की यमन युद्ध में अगुवाई कर रहा है।

पहले हमले को जायज ठहराया

सऊदी अरब के सीमावर्ती जाजान क्षेत्र के शहर पर बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थीं। गठबंधन ने अपनी कार्रवाई को वैध बताया था जबकि हूती विद्रोहियों ने इस हमले को कायरतापूर्ण कहा था। इस हमले से पहले भी सउदी अरब ने यमन के पश्चिमी तटवर्ती शहर होदैदाह में अल-थावरा अस्पताल और शहर की मछली मंडी पर बमबारी की थी जिसमें कम से कम 52 लोग मारे गए थे और 102 घायल हो गए थे।

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