इस बीच एक बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल, एक शख्स ने दावा किया है कि बेरूत बंदरगाह ( Beirut Port ) पर पटाखों के साथ विस्फोटक अमोनियम नाइट्रेट ( Ammonium Nitrate ) को बैग में रखा गया था।
Beirut Explosion : क्या होता है अमोनियम नाइट्रेट, यह खतरनाक क्यों होता है?
युसूफ शेहादी नाम के शख्स ने बताया है कि बेरूत के बंदरगाह में हजारों टन पटाखे उसी हैंगर में रखे गए थे, जिसमें कि हजारों टन शक्तिशाली रासायनिक था। फिलहाल, किसी जांच एंजेसी और प्रशानस की तरफ से इसकी पुष्टि नहीं की गई है।
गोदाम नंबर 12 में रखे गए थे पटाखे
शेहादी ने बताया है सेना ने उन्हें गोदाम नंबर 12 में 2,750 टन केमिकल स्टोर करने का निर्देश दिया था। इससे पहले 2009-10 में सीमा शुल्क ने भारी मात्रा में पटाखे जब्त किए थे, जिसे खतरनाक रसायनों के ऊपर उसी हैंगर में रख दिया था।
उन्होंने बताया है कि गोदाम नंबर 12 के अंदर पटाखे के 30 से 40 नायलॉन बैग थे। उन्हें निजी तौर पर लगता है कि इन्हे जानबूझकर यहां भेजा जा रहा था। शेहादी ने कहा कि उन्होंने कई बार शिकायत भी की। गोदाम में काफी उमस थी। ऐसा लगता था कि कोई आपदा घटित होने वाला है।
Beirut Blast: लेबनान धमाके में 2750 टन अमोनियम नाइट्रेट का हुआ इस्तेमाल, 10 किमी इलाके को किया तबाह
हर हफ्ते सीमा शुल्क से वे इसकी शिकायत करते थे कि लोगों के घरों के पास रसायनों के भंडारण से खतरा है, लेकिन सेना ने अमोनियम नाइट्रेट ( Ammonium Nitrate ) को स्थानांतरित करने से इनकार कर दिया। दूसरी तरफ, शेहादी के पूर्व सहयोगियों ने उनको बताया कि धमाके से ठीक 30 मिनट पहले श्रमिक बिजली के उपकरण के जरिए गोदाम नंबर 12 के बाहर एक गेट को ठीक करने की कोशिश कर रहे थे। अब ऐसी आशंका है कि हादसे का कारण ये रहा हो। फिलहाल इसकी जांच की जा रही है और कारणों का पता लगाया जा रहा है।
अधिकारियों के खिलाफ हो सकता है प्रदर्शन
इस भीषण हादसे के बाद माना जा रहा है कि लोगों में काफी गुस्सा है और शहर में अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन ( Protest ) कर सकते हैं। इस बीच, शनिवार को लोग लेबनान की संसद के बाहर पुलिस पर पथराव कर रहे थे। लोगों ने शहर के शहीद स्क्वायर ( Martyr Square ) में एक बड़े विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है। बहरहाल, इस दुखद घटना को लेकर दुनियाभर से मदद सहयोग किया जा रहा है।