इन सभी को इराक की कुख्यात जेल नसीरियाह ( Nasiriyah Prison ) में फांसी दिया गया। किसी देश में एक दिन में इतनी बड़ी संख्या में फांसी देने की ऐसी घटना बहुत कम देखने को मिलता है। इससे पहले भी कई लोगों को एक दिन में फांसी देने का ऐसा मामला सामने आया है।
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इन सभी लोगों पर आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगने के बाद 2005 के आतंकरोधी कानून ( Anti-terror Law ) के तहत दोषी करार दिया गया था। हालांकि ये स्पष्ट नहीं किया गया कि इन सभी ने क्या अपराध किया था और किस तरह के आतंकी घटना में संलिप्त थे। ये भी नहीं बताया गया कि कौन-कौन से आतंकी घटना में ये सभी शामिल थे।
सद्दाम हुसैन को Nasiriyah जेल में दी गई थी फांसी
आपको बता दें कि इराक में एक मात्र Nasiriyah जेल है, जहां पर फांसी की सजा दी जाती है। यह जेल इराक के दही क्वार प्रांत में स्थित है। इराक के तानाशाह शासक सद्दाम हुसैन अपने कार्यकाल में बागियों को इसी जेल में फांसी की सजा देते थे। सबसे बड़ी बात ये है कि आखिरकार 2006 में इसी जेल में सद्दाम हुसैन को भी फांसी की सजा दी गई थी।
इराक में सद्दाम हुसैन के बढ़ते तानाशाही रवैये को देखते हुए अमरीका और उसके मित्र देशों ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए सद्दाम हुसैन को 2003 में सत्ता से बेदखल कर दिया और पकड़कर जेल में डाल दिया।
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इसके बाद 2014 से 2017तक आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए इस्लामिक आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट पर जीत हासिल की। इराक में सैकड़ों संदिग्ध जिहादियों पर मुकदमा चलाया गया और कई बार सामूहिक तौर पर फांसी दी गई। हालांकि 2017 के बाद से अब तक बड़ी संख्या में इराक ने अपने ही नागरिकों को फांसी की सजा दी है।