यह भी पढ़ें- प्रधान प्रत्याशी ने कनपटी पर राइफल लगाकर मांगी वोट, मना करने पर मतदाता को पीटा एडीसीपी विशाल पांडे ने बताया कि 2020 में पीड़ित उद्योगपति सुरेश कुमार ने ग्रेटर नोएडा के थाना सेक्टर बीटा-2 में धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया था। पीड़ित उद्योगपति ने अपनी तहरीर में बताया था कि कुछ लोगों ने उनके बैंक खाते को हैक करते हुए 67 लाख रुपए पार कर दिए हैं। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए इस मामले में इंडस बैंक के अधिकारी जितेंद्र के साथ सतीश और अनुज सिंह तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। जितेंद्र इंडस बैंक में प्रबंधक के पद पर कार्यरत था। जांच अधिकारी निरीक्षक विनय सिंह ने इसकेे बाद आरोपी सतीश के बड़े भाई प्रदीप की संलिप्तता पाए जानेे पर उसे भी गिरफ्तार कर लिया है।
एडीसीपी ने बताया कि इस वारदात में इंडस बैंक का एक और प्रबंधक विक्रम कटारिया और एक अन्य व्यक्ति भी शामिल है। इन आरोपियों पर 2016 में भी 17 लाख रुपए का आरोप है। इस वारदात के पीछे बैंक के कुछ कर्मचारी का भी हाथ था, जिन्होंने लुटेरों की मदद करते हुए चेक बुक के जरिए 17 लाख रुपए का गबन कराया था। एडीसीपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी को कोर्ट में पेश करते हुए 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।