ये भी पढ़ें- यूपी एसटीएफ ने ढूंढ निकाली 26 और ‘अनिमाकाएं’, ‘मुन्नाभाई’ की तरह अपना रहे थे तरीके बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने बताया कि 25 कस्तूरबा बालिका विद्यालयों में कार्यरत अनामिका शुक्ला का मामला सामने आया है। इस नाम पर नियुक्त हुई शिक्षिकाओं को रुपए 12,24,700 का भुगतान हुआ है। पुलिस ने कासगंज में त्यागपत्र देने जा रही एक शिक्षिका को गिरफ्तार किया है। असली अनामिका अभी तक पकड़ में नहीं आई हैं।
ये भी पढ़ें- लॉकडाउन: स्कूल हैं बंद फिर भी फीस वसूली जारी, छात्रों ने किया प्रदर्शन, डीएम को सौंपा ज्ञापन असली अनामिका शुक्ला आई सामने- मंगलवार को गोंडा में बेसिक शिक्षा अधिकारी के समक्ष गोंडा के भुलईडीह की रहने वाली अनामिका पहुंची और कहा कि वह कहीं नौकरी नहीं कर रही। उन्होंने कहा कि कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में विज्ञान शिक्षक के लिए सुलतानपुर, बस्ती, जौनपुर, लखनऊ व मिर्जापुर में आवेदन किया था, लेकिन न तो वह काउंसिलिंग के लिए गईं और न ही वह कहीं नौकरी ही कर रही हैं। उन्होंने अभिलेखों का दुरुपयोग कर नौकरी कर रहे लोगों को खिलाफ बीएसए से कार्रवाई की मांग की है।
2013 में पिता सुभाष चंद्र शुक्ल ने अनामिका की शादी धानेपुर के दुर्गेश शुक्ल के साथ कर दी थी। वर्तमान में वह ससुराल में रह रही हैं। उसके दो बच्चे- एक लड़की व एक लड़का- हैं।