दलित परिवार की तीन बेटियां जिनकी उम्र 17 वर्ष, 12 वर्ष तथा आठ वर्षीय छत की दूसरी मंजिल पर सो रही थीं। देर रात इसी दौरान तीनों पर तेजाब फेंका गया। रात ढाई बजे करीब बड़ी बेटी चिल्लाते हुए नीचे उतरी और पिता से लिपट गई। इसके बाद बाकी दोनों भी चिल्लाते हुए नीचे उतरी। इनमें एक का चेहरा और अन्य दोनों के हाथ झुलस गए थे। तीनों को गंभीर अवस्था में लेकर परिवारीजन गोंडा जिला अस्पताल पहुंचे। जहां उनका इला चल रहा है। पसका चौकी इंचार्ज उमेश वर्मा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। तलाश जारी है। इसके साथ ही हाल के दिनों में जहां-जहां से तेजाब खरीदा गया है, वहां की भी पड़ताल हो रही है।