आजम सिद्दीकी को गाजीपुर के रईसों और बड़े कारोबारियों में गिना जाता है। वह मुख्तार अंसारी के बेहद करीबी बताए जाते हैं। ऑपरेशन नेस्त नाबूद के तहत यूपी पुलिस और प्रशासन लगातार मुख्तार अंसारी, उनके गिरोह और उनसे जुड़े लोगों की जांच कर अवैध सम्पत्तियों और असलहों को जब्त कर रही है। इसी क्रम में आजम सिद्दीकी भी पुलिस के रडार पर आ चुके हैं।
पुलिस और प्रशासन द्वारा आजम की सम्पत्तियों की जांच की जा रही है। इसी क्रम में आजम सिद्दीकी के गंगा किनारे कई एकड़ में बने शम्म ए हुसैनी अस्पताल को प्रशासन ने एनजीटी के मानकों की अनदेखी कर बनाए जाने का दावा करते हुए अवैध करा दे दिया है। एसडीएम कोर्ट द्वारा इसे गिराने का आदेश दे दिया गया है। बाकायदा कोर्ट का नोटिस अस्पताल पर चस्पा कर दिया गया है। प्रशासन की मानें तो एनजीटी के गंगा किनारे 200 मीटर के दायरे में कोई भी काॅमर्शियन निर्माण न कराए जाने की गाइड लाइन का उल्लंघन करते हुए असपताल का निर्माण किया गया है। साथ बिना नक्शे के निर्माण किये जाने का दावा किया गया है। एसडीएम केार्ट ने नोटिस जारी करते हुए एक सप्ताह का अल्टिमेटम दिया है। आदेशानुसार यदि मालिक स्वयं अस्पताल को ध्वस्त करा देता है तो ठीक, अन्यथा एक सप्ताह बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई प्रशासन करेगा और उसपर आने वाला खर्च भी वसूलेगा।
बताते चलें कि अभी कुछ ही दिन पहले लगातार तीन दिन कार्रवाई करते हुए जिला प्रशासन आजम सिद्दीकी के परिवार से उनकी पत्नी, बेटों, भाई और भाभी के नाम से हासिल किये गए कुल 17 असलहों के लाइसेंस निलंबित करते हुए सारे शस्त्र थाने में जमा करा लिये हैं।
By Alok Tripathi