गाजीपुर में बर्तन व्यवसायी ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखा बसपा से टिकट चाहता था

गाजीपुर के बसपा जिलाध्यक्ष राम प्रकाश गुड्डू ने कहा है कि वो बसपा का कार्यकर्ता नहीं
सुसाइड लेटर में लगाए गए हैं गंभीर आरोप, परजिनों ने पुलसि को सौंपा, जांच में जुटी पुलिस

गाजीपुर. यूपी के गाजीपुर में एक खुद को बसपा कार्यकर्ता बताने वाले बर्तन व्यवसायी की आत्महत्या से हड़कम्प मच गया है। आत्महत्या के बाद एक सुसाइड लेटर मिला है जिसमें आरोप लगाया गया है कि बसपा सुप्रीमो ने उससे दो करोड़ रुपये मांगे, जिसकी टेंशन में वह सुसाइड कर रहा है। पत्नी और बेटी ने पत्र और उसमें लिखी हैंड राइटिंग की पहचान कर तस्दीक की, जबकि बसपा जिलाध्यक्ष ने उसके बसपा कार्यकर्ता होने से साफ इनकार कर दिया। उधर पुलिस का कहना है कि मौत के समय कोई सुसाइड लेटर नहीं मिला था। बाद में परिजनों ने एक लेटर दिया है, जिसकी जांच की जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

 

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मामला गाजीपुर जिले की सदर कोतवाली अंतर्गत महाराजगंज बाजार का है। यहां के बर्तन कारोबारी मुन्नू प्रसाद ने मंगलवार की रात सुसाइड कर लिया। उनकी मौत के बाद अचानक ही सोशल मीडिया पर सोसाइड नोट की दो काॅपी वायरल होने लगी। वायरल सुसाइड नोट में बसपा सुप्रीमो द्वारा दो करोड़ रुपये मांगे जाने की टेंशन में आत्महत्या की बात लिखी थी। इसके अलावा पत्र में यह भी दावा किया गया था कि वह 1987 से बसपा का कार्यकर्ता है।


वायरल पत्र के बारे में जानकारी होते ही मृतक मुन्नू के घर पर मीडिया का जमावड़ा लग गया। वहां उनकी पत्नी लीला देवी और बेटी सुनीता ने मीडिया से इस बात की तस्दकी किया कि पत्र उन्हीं के पिता का है और उसमें लिखी हुई हैंड राइटिंग भी उन्हीं की है। पत्नी लीला देवी ने मीडिया से कहा कि वो कहते थे कि अगर अगर पैसा नहीं मिलेगा तो रास्ते में या तो घर पर मर जाउंगा। उन्होंने कहा कि सुसाइड लेटर में हैंड राइटिंग उन्हीं की है। कहा कि वो पार्टी के हर काम में जाते थे। बड़ी बेटी सुनीता ने बताया कि वो कहते थे कि एक दिन जरूर चुनाव लड़ूंगा और बिना पैसे का टिकट मिलेगा। सुनीता का दावा है कि उसके पिता ने गाजीपुर के किसी नेता से फोन पर उससे बात भी करायी थी और उन्होंने आश्वासन भी दिया था। कहा कि उनके पाप ने फोन पर उन्हें इस बारे में बताया था। परिजनों ने जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

 

उधर इस इस बाबत जब बसपा जिलाध्यक्ष राम प्रकाश गुड्डू से इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने मुन्नू प्रसाद के बहुजन समाज पार्टी का कार्यकर्ता होने से साफ इनकार कर दिया। गाजीपुर के पुलिस अधीक्षक डाॅ. ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि पुलिस को मृतक के शव के पास से किसी तरह का सुसाइड नोट नहीं मिला था। बाद में परिजनों ने एक लेटर दिया है। पुलिस उसकी जांच कर रही है और उसी के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी।

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