पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव होने के दौरान जब वह अस्पताल में थे, और उन्हें अपनी जिंदगी से निराशा होने लगी थी। उन्हें लगा था पता नहीं कि इस कोरोनावायरस की वजह से अब वह अपने लोगों से मिल पाएंगे या नहीं। तब उन्होंने इस गीत को गाकर अपना दर्द बयां किया था।
बातचीत के दौरान पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उन्हें शुगर और हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत थी, इसलिए कोरोना पॉजिटिव होने के बाद लखनऊ के केजीएमयू में इलाज के लिए शिफ्ट हुए थे। उन्होंने बताया कि शुरुआती दौर में कोरोनावायरस महामारी को रोकने के लिए अपने विभाग के अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर काफी प्रयास किया था। यहां तक कि कई प्रवासी ट्रेनों से आने वाले लोगों काफी जांच कराया था, तब उन्हें लगा था कि मानवता का सेवा ही सब कुछ होता है। इसी सेवा के दौरान न जाने कब कोरोनावायरस ने अपनी गिरफ्त में ले लिया। अब एक बार फिर वह कोरोना वायरस को हराकर ड्यूटी पर वापस लौट चुके हैं।