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दरअसल, भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि यूपी स्थित हापुड़ के एक छोटे गांव एवं गरीब पारिवारिक पृष्ठभूमि से आने वाली 23 वर्षीय शैली बंसल दिल्ली पुलिस में कार्यरत थी। वह एवं नंदनगरी थाने में कॅरोना महामारी के दौरान ड्युटी कर रही थी। इतना ही नहीं, शैली बंसल महामारी के दौरान कोरोना वारियर्स के रूप में लगातार अपने जान की परवाह किए बगैर दिल्ली पुलिस में अपनी सेवा दे रही थी। लेकिन 2 मई को ड्यूटी के दौरान ही उन्हें अचानक बुखार आया और जांच में कोविड टेस्ट निगेटिव आया। यह भी पढ़ें
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शहीद का दिया जाए दर्जा उन्होंने लिखा कि कोरोना लक्षणों के साथ ही शैली की तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया गया।जिसके बाद हालत बिगड़ने पर 24 मई को उनकी नोएडा के एक अस्पताल में दुखद मृत्यु हो गई। इसी दौरान उनके साथ कार्य करने वाले थाने के ही अन्य तीन स्टाफ 3 और 4 मई को कोरोना पॉजिटिव पाए गए। दिल्ली पुलिस की जाबांज एवं होनहार सिपाही शैली बंसल जोकि एक साधारण पृष्ठभूमि से आती है और संघर्ष के बलबूते दिल्ली पुलिस की प्रतिष्ठित सेवा के लिए चयनित हुई। उनकी मौत कोरोना महामारी काल में ड्यूटी के दौरान सेवा देने के दौरान हुई। इसलिए शैली बंसल को शहीद का दर्जा दिए जाने के अतिरिक्त दिल्ली सरकार द्वारा कोरोना वारियर्स के लिए घोषित की गई 1 करोड़ की सहायता धनराशि एवं अन्य सहायता प्रदान की जाए। यह भी पढ़ें