जानकारी के अनुसार, मोदीनगर थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाले बुजुर्ग बीमार चल रहे थे। जिन्हें नगर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी। उधर सोमवार को पूरी तरह लॉकडाउन किया गया। जिसकी वजह से मृतक के परिजनों को उनका शव ले जाने के लिए कोई वाहन नहीं मिला। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से भी वाहन मंगाने का आग्रह किया, लेकिन उनको एंबुलेंस मुहैया नहीं कराई गई।
परिजनों का कहना है कि 108 नंबर पर भी कॉल की गई, लेकिन वहां उन्हें कोई वाहन उपलब्ध नहीं हो पाए। आखिरकार उन्हें भैंसा बुग्गी में ही बुजुर्ग का शव ले जाना पड़ा। हालांकि प्रशासन द्वारा भी आवश्यक कार्यों के लिए वाहनों के निकलने में छूट प्रदान की हुई है। लेकिन एक तरफ कोरोनावायरस का खौफ दूसरी तरफ लॉकडाउन के खौफ के कारण उन्हें शव ले जाने के लिए वाहन नहीं मिल पाया।