चुनाव आयोग जल्द ही जारी करेगा गाइडलाइंस
विधानसभा चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग की राज्य इकाई की ओर से जल्दी ही गाइडलाइंस जारी की जाने वाली है। कोरोना संक्रमण के चलते मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाकर 34 हजार कर दी गई है। मतदान केंद्रों पर भीड़ न बढ़े इसे ध्यान में रखकर छह फीसदी केंद्रों की बढ़ोत्तरी की गई है। आयोग ने बैलेट पेपर से मतदान कराने से मना कर दिया है। हालांकि कोरोना संक्रमित हो चुके और दिव्यांग वह बीमारी से जूझ रहे मतदाताओं को बैलेट पेपर उपलब्ध कराए जाने वाले हैं।
लोजपा समेत ज्यादातर दलों ने किया चुनाव का विरोध
एनडीए के घटक दल लोक जनशक्ति पार्टी समेत ज्यादातर दलों ने चुनाव आयोग को ऐसे समय चुनाव न कराने की सलाह दी है जब सूबे में कोरोना संक्रमण और बाढ़ का बहुत व्यापक असर हुआ है। लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान पहले ही आयोग को इस बात की लिखित सलाह दे चुके हैं। पार्टी के संस्थापक और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने भी अभी एक निजी समाचार चैनल को दिए इंटरव्यू में चुनाव से ऐसे दौर में चुनाव न कराने की अपील की। उन्होंने कहा कि चुनाव कराना इस दौर में बेहद ख़तरनाक साबित हो सकता है।
इससे पहले सूबे के सभी विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग को कोरोना और बाढ़ के चलते चुनाव न कराने की लिखित सलाह दे रखी है। कांग्रेस, आरजेडी,वाम दल, महागठबंधन के सहयोगी हम,रालोसपा और वीआईपी समेत अन्य दलों ने भी चुनाव आयोग से अलग अलग सलाह मांगे जाने पर चुनाव न कराने की लिखित सलाह दे दी है।
जदयू-भाजपा चुनाव के लिए उत्साहित
सत्तारूढ़ जदयू और भाजपा राज्य में निर्धारित समय पर ही चुनाव कराने की पक्षधर रही है। दोनों ही पार्टियों ने बढ़-चढ़कर चुनावी तैयारियां भी कर रखी हैं। बूथ लेबल तक कार्यकर्त्ताओं की टीमें भी दोनों दलों ने विकसित कर ली हैं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दोनों ही दल पार्टी की जिला इकाइयों के साथ संपर्क कर वर्चुअल तैयारियों में जुटे हुए हैं। वर्चुअल मीटिंग और रैलियों का आयोजन भी खूब हो रहा है। उत्साहित दोनों दलों के इन्हीं अभियानों का नतीजा है कि दोनों ही दलों के नेता कार्यकर्ता थोक भाव से कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं।