आसपास के ग्रामीण जुटे और कार में फंसे को बाहर निकाला
शनिवार सुबह नदवां स्टेशन के समीप हुए हादसे में पटना के बोरिंग रोड निवासी सुरेंद्र बिहारी सिंह और उनकी पत्नी नीलिमा बिहारी सिंह तथा उनके पांच वर्षीय बेटे सुमित की मौके पर ही मौत हो गई। एक बच्ची समेत अन्य कार सवार बुरी तरह जख्मी हैं। पीएमसीएच में भर्ती कराए गए घायलों में कुछ की हालत नाज़ुक है। सुरेंद्र दंपति नोएडा में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। सभी कार से धरहरा गांव जा रहे थे कि रेलवे ट्रैक पर बोलेरो का पिछला हिस्सा फंस गया। इतने में जनशताब्दी एक्सप्रेस आ गई। चालक में ट्रैक पर फंसी कार देख इमरजेंसी ब्रेक लगाई पर ट्रेन बोलेरो में जोरदार धमाके की टक्कर के बाद रुक पाई। घटनास्थल पर नदवां थाने की पुलिस तुरंत पहुंच गई। थाना प्रभारी सुरेश राम ने बताया कि ग्रामीण टक्कर की आवाज सुन मौके पर दौड़े आए और कार में फंसे लोगों को बाहर निकाला। कार में कुल कितने सवार थे, अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस और रेलवे के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। जेसीबी लगाकर ट्रैक को खाली किया जा रहा है। हादसे के बाद पटना गया रेलखंड पर रेल यातायात ठप है।
ग्रामीणों ने ट्रैक पार करने का बना दिया अवैध रास्ता
पूर्व मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि नदवां के पास हादसा किसी रेलवे क्रॉसिंग पर नहीं हुआ है। ग्रामीणों ने रेल ट्रैक पार करने के लिए एक अवैध और कचरा रास्ता बना दिया था। इसी से निकलना चाह रहे कार चालक की गाड़ी का पिछला हिस्सा सुबह ट्रैक में फंसा रह गया। ट्रेन चालक के इमरजेंसी ब्रेक लगाने से ट्रेन बुरी तरह हिल गई। जबकि टकराकर होने से भी नहू रोका जा सका। मौके पर आला अधिकारी पहुंचकर ट्रैक की सफाई और रेस्क्यू में लगे हैं।