लीड्स यूनाइटेड फुटबॉल क्लब ने हंडर की मौत पर गहरा दुख जताया है। उसने कहा कि हंटर की मौत से क्लब का पूरा परिवार दुखी है। क्लब के लिए दिए गए उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। इस मुश्किल वक्त में क्लब उनके परिवार और दोस्तों के साथ है।
बता दें कि बतौर डिफेंडर हंटर महज 15 साल की उम्र में लीड्स क्लब में शामिल हुए थे। उन्होंने क्लब की ओर से 540 मैच में 18 गोल दागे हैं।
विश्व कप टीम के थे सदस्य
इंग्लैंड की जिस टीम ने 1966 में विश्व कप जीता था। हंटर उस टीम के सदस्य थे। इंग्लैंड की फुटबॉल फेडरेशन ने भी हंटर की मौत पर दुख जताया है। फेडरेशन ने कहा कि फेडरेशन उनकी मौत से बेहद दुखी हैं। इस मुश्किल वक्त में उनके परिवार और दोस्तों के साथ हमारी पूरी सहानुभूति है। भगवान उनकी आत्मा को शांति दें। बता दें कि हंटर विश्व कप विजेता टीम के सदस्य जरूर थे, लेकिन उन्हें पूरे टूर्नामेंट में मैच खेलने का मौका नहीं मिला था। इसके अलावा हंटर का क्लब डॉन रेवी की कप्तानी में 1969 और 1974 में फर्स्ट डिवीजन का खिताब जीता था। हंटर ने इस टीम के अहम सदस्य रहे। 1968 लीग कप फाइनल में आर्सेनल के खिलाफ जीत में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। 1976 में लीड्स छोड़ने के बाद हंटर ब्रिस्टल सिटी फुटबॉल क्लब और बार्न्सले फुटबॉल क्लब के लिए भी खेल चुके हैं।