रविवार को राजधानी मॉस्को में हुए फाइनल मुकाबले में फ्रांस ने क्रोएशिया को 4-2 से हराते हुए दूसरी बार खिताब पर अपना कब्जा जमाया।
केन ने टूर्नामेंट के छह मैचों में छह गोल किए। केन 32 वर्षों में इंग्लैंड के पहले ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने गोल्डन शू का पुरस्कार जीता है।
फ्रांस के फारवर्ड 19 वर्ष के कीलियन एम्बाप्पे अपना पहला विश्व कप खेल रहे थे और उन्होंने सात मैचों में चार गोल किए। इस वहज से वह टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ी चुने गए। बेल्जियम के गोलकीपर थिबाउट कुर्टियोस को शानदार गोलकीपिंग के लिए गोल्डन ग्लव्स का पुरस्कार दिया गया। उन्होंने इस विश्व कप में सबसे ज्यादा 27 बचाव किए जिसके कारण वह इस पुरस्कार के हकदार बने। बेल्जियम की टीम सेमीफाइनल तक पहुंची थी। उसने इंग्लैंड को मात देकर तीसरा स्थान हासिल किया।