खाली सिलेंडर लगाने का लगाया आरोप
युवक की मौत के बाद परिजन आक्रोशित हो गए। उन्होंने आरोप लगाया कि मरीज को लगाया गया ऑक्सीजन सिलेंडर खाली था। परिजनों को गुमराह करने के लिए खाली सिलेंडर लगा दिया गया था। परिजनों ने सिलेंडर उठाकर जमीन पर पटक दिया और अस्पताल में अभद्रता करते हुए तोड़फोड़ भी की गई। मौके पर प्रभारी सीएमएस डॉ. आलोक कुमार भी पहुँच गए।
युवक की मौत के बाद परिजन आक्रोशित हो गए। उन्होंने आरोप लगाया कि मरीज को लगाया गया ऑक्सीजन सिलेंडर खाली था। परिजनों को गुमराह करने के लिए खाली सिलेंडर लगा दिया गया था। परिजनों ने सिलेंडर उठाकर जमीन पर पटक दिया और अस्पताल में अभद्रता करते हुए तोड़फोड़ भी की गई। मौके पर प्रभारी सीएमएस डॉ. आलोक कुमार भी पहुँच गए।
यह बोले सीएमएस
प्राइवेट हॉस्पिटल में पहले तो ईलाज करते हैं फिर सही उपचार न देने पर बिना किसी जांच के परिजनों को डराते हुए कोरोना का भय दिखाकर सरकारी ट्रॉमा भेजते हैं। चिकित्सक फिर भी पूरी सेवा करते हैं अब मरीज नाजुक हालत में दम तोड़ दे तो चिकित्सक का क्या दोष। सही समय पर लाते तो इलाज की कुछ और तस्वीर होती। चिकित्सक व स्टाफ सेवा कर रहे हैं। इस तरह जब चिकित्सक ही सुरक्षित नहीं रहेंगे तो फिर कैसे अपनी सेवाएं दे पाएंगे। उन्होंने जनता से अपील कि हमे सेवा का मौका दें इस तरह अभद्रता न करें। परिजन बिना पोस्टमार्टम कराए शव को घर ले गए।
प्राइवेट हॉस्पिटल में पहले तो ईलाज करते हैं फिर सही उपचार न देने पर बिना किसी जांच के परिजनों को डराते हुए कोरोना का भय दिखाकर सरकारी ट्रॉमा भेजते हैं। चिकित्सक फिर भी पूरी सेवा करते हैं अब मरीज नाजुक हालत में दम तोड़ दे तो चिकित्सक का क्या दोष। सही समय पर लाते तो इलाज की कुछ और तस्वीर होती। चिकित्सक व स्टाफ सेवा कर रहे हैं। इस तरह जब चिकित्सक ही सुरक्षित नहीं रहेंगे तो फिर कैसे अपनी सेवाएं दे पाएंगे। उन्होंने जनता से अपील कि हमे सेवा का मौका दें इस तरह अभद्रता न करें। परिजन बिना पोस्टमार्टम कराए शव को घर ले गए।