17 अक्टूबर को हुआ था निरस्त
विधानसभा उपचुनाव के नामांकन दाखिल होने के बाद 17 अक्टूबर को नामांकन प्रपत्रों की जांच कराई गई थी, जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी स्नेहलता बबली समेत तीन निर्दलीय प्रत्याशियों के नामांकन निरस्त कर दिए गए थे। एसडीएम ने प्रत्याशी को जानकारी दी कि उनके द्वारा भरा गया शपथ पत्र अधूरा है। इसी के चलते नामांकन निरस्त किया गया था।
विधानसभा उपचुनाव के नामांकन दाखिल होने के बाद 17 अक्टूबर को नामांकन प्रपत्रों की जांच कराई गई थी, जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी स्नेहलता बबली समेत तीन निर्दलीय प्रत्याशियों के नामांकन निरस्त कर दिए गए थे। एसडीएम ने प्रत्याशी को जानकारी दी कि उनके द्वारा भरा गया शपथ पत्र अधूरा है। इसी के चलते नामांकन निरस्त किया गया था।
पहुंच गईं निर्वाचन आयोग
सोमवार को प्रत्याशी प्रदेश प्रवक्ता अशोक सिंह के साथ निर्वाचन आयोग पहुंचीं। जहां उन्होंने शिकायत दर्ज कराई। बकौल प्रदेश प्रवक्ता कि आयोग ने आज शाम तक रिपोर्ट मांगी है यदि हमें यहां राहत नहीं मिलती तो हम हाईकोर्ट जाएंगे और हमें उम्मीद है कि चुनाव आयोग से हमें राहत मिलेगी। हमें आयोग पर पूरा भरोसा है।
सोमवार को प्रत्याशी प्रदेश प्रवक्ता अशोक सिंह के साथ निर्वाचन आयोग पहुंचीं। जहां उन्होंने शिकायत दर्ज कराई। बकौल प्रदेश प्रवक्ता कि आयोग ने आज शाम तक रिपोर्ट मांगी है यदि हमें यहां राहत नहीं मिलती तो हम हाईकोर्ट जाएंगे और हमें उम्मीद है कि चुनाव आयोग से हमें राहत मिलेगी। हमें आयोग पर पूरा भरोसा है।