थाना नारखी के नगलाबीच निवासी भाजपा नेता दयाशंकर गुप्ता की 16 अक्टूबर को बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने फेसबुक पर धमकी देने वाले वीरेश तोमर, नरेन्द्र तोमर, देवेन्द्र तोमर व दो नामजद के विरुद्ध नामजद मुकदमा दर्ज कराया था। दबाव में पुलिस ने सभी को आनन-फानन में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। सभी आरोपित घटना के दिन घर पर ही मौजूद मिले थे।
जेल जाने के बाद से ही सभी अपने आप को बेगुनाह बता रहे थे। मृतक के परिजन लगातार पुलिस पर कार्रवाई को दबाव बना रहे थे। मामले की जांच में लगे सीओ देवेन्द्र कुमार को कुछ अहम सुराग हाथ लगे। पुलिस जांच में हत्याकांड की गुत्थी पूरी तरह सुलझ गई। गांव के ही एक युवक द्वारा सरकारी जमीन पर कब्जे का विरोध करना भाजपा नेता की मौत का कारण बन गया। आरोपित ने गांव में लॉक डाउन के दौरान किराए पर रहने आए युवकों को हत्या कांड को अंजाम देने की जिम्मेदारी सौंपी। सीओ का कहना है कि मामले की जांच चल रही है। जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा।