लाला पर भी दर्ज हैं कई मुकदमे
उसके भाई लाला पर भी नारखी और दक्षिण थाने में मुकदमे दर्ज हैं। वह सुपारी किलर भी है। लूट की घटना का मुख्य आरोपी लाला वर्ष 2014 से जिला कारागार में बंद था लेकिन वर्ष 2020 में जब कोरोना बढ़ने लगा तब उसे पैरोल पर रिहा कर दिया गया था। जेल से बाहर आते ही उसने फिर अपराध करने शुरू कर दिए। लाला की बहन विजय उर्फ विजइया भी जिला कारागार में बंद है। उस पर भी आठ मुकदमे दर्ज है। फिरोजाबाद के एसपी सिटी मुकेश चंद्र मिश्र ने बताया कि लाला को लॉकडाउन के बीच वर्ष 2020 में जेल से छोड़ा गया था। करीब 15 मुकदमे दर्ज हैं। लाला दक्षिण थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है।