यह भी पढ़ेंः- Petrol Diesel Price Today : डीजल लगातार दूसरे दिन सस्ता, पेट्रोल के दाम में कोई बदलाव नहीं
बैंकों को बड़ा नुकसान
कई सख्त कदम उठाने के बाद भी बैंकिंग सेक्टर में फ्रॉड के मामले कम नहीं हुए हैं। इसमें लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। आरटीआई में खुलासे से जानकारी मिली है कि वित्त वर्ष 2019-20 में अप्रैल से दिसंबर तक की तिमाहियों में बैंक फ्रॉड के कुल 8926 मामले सामने आए हैं। बैंक फ्रॉड की यह रकम 1.17 लाख करोड़ रुपए है। जबकि एक अप्रैल 2019 से 30 सितंबर 2019 की अवधि में 95,760.49 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के कुल 5,743 मामले सामने आए थे। यानी अक्टूबर से दिसंबर के बीच की तिमाही में बैंक फ्रॉड के 3183 मामलों का इजाफा हुआ है। अगर रकम की बात करें तो समान अवधि में 21250 करोड़ रुपए की राशि का फ्रॉड हुआ है। रिजर्व बैंक ने फ्रॉड के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है। आरबीआई की ओर से यह भी नहीं बताया गया है कि बैंकों और कस्टमर को कितना नुकसान हुआ है।
यह भी पढ़ेंः- शेयर बाजार में अमरीका चीन ट्रेड डील और कोराना वायरस का मिक्स्ड इंपैक्ट, सेंसेक्स में 84 अंकों की बढ़त
किस बैंक में कितने मामलों का फ्रॉड