READ MORE:- NPS में निवेश करने के 5 फायदे, टैक्स में छूट मिलेगी और बैंक आपके पैसे को कभी भी जब्त नहीं कर सकता Health Insurance के लिए कई कंपनियां बाज़ार में मौजूद है और हजारों तरह के ऑफर देती रहती है लेकिन एक आम आदमी के लिए अपनी सुविधा के लिए कोनसी पॉलिसी का चुनाव करें यह बहुत मुश्किल हो जाता है इसके लिए आप इन बातो का ध्यान रखे जिससे बाद ने किसी प्रकार की परेशानी से बचा जा सके।
READ MORE:- Vodafone idea के कारण IDFC और Yes Bank पर बहुत बड़ा संकट 1) इलाज में महंगाई
ये सबसे महत्वपूर्ण चीज़ है जो काफी लोग नजरअंदाज कर देते है। जिस प्रकार लगातार महगांई जुल्म ढहा रही है इसलिए हैल्थ पॉलिसी कौनसी लेनी चाहिए इसका सही चुनाव बहुत जरूरी है। अगर आज कोई पॉलिसी 5 या 10 लाख की है और 20 साल तक वह वैध है तो हो सकता है आने वाले 10 20 सालो तक 5 या 10 लाख में इलाज करवा पाना बहुत मुश्किल हो। वर्तमान में ही एक बार हॉस्पिटल का बिल लाखो रुपए आ जाता है तो भविष्य में संभवतः यह और बढ़ेगा इसलिए ऐसी पॉलिसी जो बाद में महंगाई में भी काम दे।
ये सबसे महत्वपूर्ण चीज़ है जो काफी लोग नजरअंदाज कर देते है। जिस प्रकार लगातार महगांई जुल्म ढहा रही है इसलिए हैल्थ पॉलिसी कौनसी लेनी चाहिए इसका सही चुनाव बहुत जरूरी है। अगर आज कोई पॉलिसी 5 या 10 लाख की है और 20 साल तक वह वैध है तो हो सकता है आने वाले 10 20 सालो तक 5 या 10 लाख में इलाज करवा पाना बहुत मुश्किल हो। वर्तमान में ही एक बार हॉस्पिटल का बिल लाखो रुपए आ जाता है तो भविष्य में संभवतः यह और बढ़ेगा इसलिए ऐसी पॉलिसी जो बाद में महंगाई में भी काम दे।
2)पॉलिसी का प्रकार
इंस्योरेंस पॉलिसी मुख्यत 2 प्रकार की होती जिसमे एक व्यक्तिगत पॉलिसी ओर दूसरी पूरे परिवार की पॉलिसी तो यह जरूरी है कि आप पूरे परिवार की करवाने में फायदे में रहोगे या हर व्यक्ति की निजी तौर पर
इंस्योरेंस पॉलिसी मुख्यत 2 प्रकार की होती जिसमे एक व्यक्तिगत पॉलिसी ओर दूसरी पूरे परिवार की पॉलिसी तो यह जरूरी है कि आप पूरे परिवार की करवाने में फायदे में रहोगे या हर व्यक्ति की निजी तौर पर
3) कैशलेस क्लेम की सुविधा
इंस्योरेंस पॉलिसी लेने से पहले ये जरूर देख ले की आप जिस कंपनी की इंस्योरेंस पॉलिसी ले रहे हो उसकी कितने अस्पतालों के साथ साझेदारी है। इसके बाद ये जरूर देख ले की अस्पताल और इंस्योरेंस कंपनी के बीच सीधा संवाद हो, और पहले बिल आपको ना देना पड़े सीधा इंस्योरेंस कंपनी ही अस्पताल को बिल का भुगतान करे।
इंस्योरेंस पॉलिसी लेने से पहले ये जरूर देख ले की आप जिस कंपनी की इंस्योरेंस पॉलिसी ले रहे हो उसकी कितने अस्पतालों के साथ साझेदारी है। इसके बाद ये जरूर देख ले की अस्पताल और इंस्योरेंस कंपनी के बीच सीधा संवाद हो, और पहले बिल आपको ना देना पड़े सीधा इंस्योरेंस कंपनी ही अस्पताल को बिल का भुगतान करे।
4) पूरा बिल कंपनी जमा करे
कई बार कंपनी की कई शर्ते होती है जिसमे क्लेम की गई राशि का कुछ निश्चित प्रतिशत तो कंपनी चुकाती है तथा बाकी ग्राहक इसलिए कई बार बिल इतना अधिक हो जाता है कि आपके लिए आधा बिल भी चुकाना मुश्किल हो सकता है।
कई बार कंपनी की कई शर्ते होती है जिसमे क्लेम की गई राशि का कुछ निश्चित प्रतिशत तो कंपनी चुकाती है तथा बाकी ग्राहक इसलिए कई बार बिल इतना अधिक हो जाता है कि आपके लिए आधा बिल भी चुकाना मुश्किल हो सकता है।
5) कंपनी की साख
जिस कंपनी से हैल्थ इंसोरेंस ले रहे हो एक बार उस कंपनी की बाज़ार में साख भी पता करले। कंपनी कितनी पुरानी है बाज़ार में लोगो का क्या कहना है, कैसी सुविधा उपलब्ध करवाती है जहां आप रहते है क्या वहां के अस्पतालों में कंपनी की साझेदारी है आदि चीज़े पहले चेक करने से आप एक अच्छी हैल्थ इंसोरेंस पॉलिसी खरीद सकते है
जिस कंपनी से हैल्थ इंसोरेंस ले रहे हो एक बार उस कंपनी की बाज़ार में साख भी पता करले। कंपनी कितनी पुरानी है बाज़ार में लोगो का क्या कहना है, कैसी सुविधा उपलब्ध करवाती है जहां आप रहते है क्या वहां के अस्पतालों में कंपनी की साझेदारी है आदि चीज़े पहले चेक करने से आप एक अच्छी हैल्थ इंसोरेंस पॉलिसी खरीद सकते है