होली जैसे-जैसे समीप आ रही है, उत्साह बढ़ता जा रहा है। होली का यह उत्साह कोटा स्थित मथुराधीशजी के बड़े मंदिर में नजर आया। फोटो: नीरज शर्मा
बीकानेर में कीकाणी व्यासों के चौक में मंचित उस्ताद जमनादास कल्ला की स्वांग-मेहरी रम्मत में मंच पर प्रस्तुति देते कलाकार। इस दौरान राधा-कृष्ण की फूलों की होली की सजीव झांकी। फोटो..नौशाद अली
बीकानेर में हर्षों के चौक में हर्ष-व्यास समुदाय के लोगों द्वारा डोलची मार खेल होली से पूर्व खेला जाता है। इसमें एक दूसरे पर पानी की डोलची से पीठ पर वार किया जाता है। यह परम्परा वर्षों से चली आ रही है। फोटो नौशाद अली
होली से पूर्व यमुना जी के किनारे गोकुल गांव नन्दभवन से नंदराय के डोले के साथ शोभायात्रा निकाली। छड़ीमार होली के बाद रंग और गुलाल की होली हुई। फोटो: विनोद शर्मा
कोटा स्थित मथुराधीशजी के बड़े मंदिर में महिलाओं का उत्साह। फोटो: नीरज शर्मा