उत्तरायण पर हादसों में सौ फीसदी से भी अधिक वृद्धि

वाहन हादसों से सर्वाधिक इमरजेंसी

<p>people on terrace</p>
अहमदाबाद. प्रदेश में आम दिनों के मुकाबले उत्तरायण अर्थात रविवार को हादसों में दुगने से भी अधिक वृद्धि हुई है। इनमें वाहन दुर्घटना के सबसे अधिक हैं।
गुजरात १०८ इमरजेंसी के आंकड़ों के अनुसार उत्तरायण के चलते हादसों में वृद्धि हुई है। सबसे अधिक ६१८ इमरजेंसी अहमदाबाद में दर्ज हुई है। प्रदेश में प्रमुख इमरजेंसी में ट्रॉमा (वाहन हादसों) की आमदिनों में औसतन ३५१ मामले दर्ज होते हैं इनके मुकाबले रविवार को ७५१ सामने आए हैं। इसी तरह से ट्रॉमा (नोन व्हीकलर) की १६३ औसत इमरजेंसी के मुकाबले रविवार को ४३१ दर्ज हुईं हैं। वहीं हमला संबंधित ६३ के मुकाबले २५७ और बेहोशी के ९७ के मुकाबले ११३ इमरजेंसी रहीं। इन सभी इमरजेंसी का आमदिनों का औसत ६७५ है जिसकी तुलना में १५५३ दर्ज हुईं।
दुपहिया वाहनों की अधिक दुर्घटनाएं
उत्तरायण पर पतंग की डोरी के कारण दुपहिया वाहनों से अधिक दुर्घटनाएं हुईं हैं। आमदिनों में इस तरह की दुर्घटनाओं का औसत ३२० है जिसकी तुलना में रविवार को ६९९ रहीं। इसी तरह से हिट बाय ब्लंट ऑब्जेक्ट(कुंद वस्तु संबंधित हादसों)औसतन ४३ के मुकाबले १८८, ऊंचाई से गिरने के ५६ के मुकाबले १७९, फिसलने के ७५ के मुकाबले १०४, डिहाइड्रेशन के ९५ के मुकाबले १०४ तथा क्रश इंजर्ड के चार के मुकाबले १८ इमरजेंसी दर्ज हुं हैं।
सबसे अधिक इमरजेंसी अहमदाबाद में
इमरजेंसी सेवा १०८ एम्बुलेंस के आंकडो़ं के अनुसार प्रदेश में उत्तरायण के मौके पर सबसे अधिक ६१८ इमरजेंसी अहमदाबाद में दर्ज की हैं। आमदिनों में अहमदाबाद जिले में इमरजेंसी का औसत ४७५ है। इसी तरह से सूरत में औसत २३२ के मुकाबले २९५, वडोदरा में १४५ के मुकाबले २२० इमरजेंसी दर्ज हुई हैं।
पतंग की डोर से…
पचास मनुष्य, पौने छह सौ से अधिक पक्षी घायल
अहमदाबाद. उत्तरायण पर्व पर पतंग की डोर के कारण पचास मनुष्य और पौने छह सौ से अधिक पक्षी घायल हो गए। सूत्रों के अनुसार डोर से कटने के कारण अहमदाबाद शहर में उन्नीस व्यक्ति डोर की चपेट में आने से घायल हुए हैं। जबकि वडोदरा में सात और सूरत एवं राजकोट में क्रमश: तीन और चार व्यक्ति जख्मी हुए हैं। दूसरी ओर पक्षी भी डोर की चपेट में आने से जख्मी हुए हैं। राज्य में पौने छह सौ से अधिक पक्षियों को उपचार के लिए पहुंचाया गया। घायल पक्षियों की संख्या अधिक हो सकती है।
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