आज मौनी अमावस्या पर करें ये टोटके तो हमेशा के लिए बदल जाएगी लाइफ

अमावस्या में वैसे अग्निहोत्र, महादान, पितृकर्म तथा यज्ञादि कार्य कथित है। आज तो वैसे भी दान, पुण्य, स्नानादि के लिए बहुत श्रेष्ठ है।

<p>mauni amavasya ke upay in hindi</p>
प्रदेशभर में माघ मास की मौनी अमावस्या मंगलवार को श्रद्धापूर्वक मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन तीर्थस्थलों में स्नान व दान-पुण्य का विशेष महत्व है। साथ ही लोग मौन रहकर अपने आराध्य देव की आराधना भी करेंगे।
अग्निकांड पर रोक लगाएगी अमावस्या
पंडित बंशीधर ज्योतिष पंचाग के निर्माता पंडित दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि बुधवार सुबह ५.११ बजे मंगल ग्रह तुला राशि को छोडक़र स्वराशि वृश्चिक में प्रवेश करेगा। अब सर्दी से राहत मिलेगी।
द्वापर युग की शुरुआत का दिन
धर्मग्रंथों के अनुसार द्वापर युग का प्रारम्भ भी मौनी अमावस्या से ही हुआ था। जैन धर्म के अनुयायी इस दिन मौन धारण कर तपस्या भी करते हैं।

योग , आराध्य का स्मरण
मौनी अमावस्या के दिन आप भी कम से कम एक घंटा मौन रखकर अपने आराध्य का स्मरण करें। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक इस दिन मौन आराधना विशेष फलदायी मानी जाती है। मौन रखने से संयम व आत्मविश्वास में वृद्धि, क्रोध में कमी भी होती है। मौन योग की क्रिया है।
आज के शुभ मुहूर्त
अमावस्या तिथि संपूर्ण दिवारात्रि है। अमावस्या तिथि में शुभ व मांगलिक कार्य वर्जित हैं। अमावस्या में वैसे अग्निहोत्र, महादान, पितृकर्म तथा यज्ञादि कार्य कथित है। आज तो वैसे भी दान, पुण्य, स्नानादि के लिए बहुत श्रेष्ठ है। नक्षत्र: पूर्वाषाढ़ा ‘उग्र व अधोमुख’ संज्ञक नक्षत्र सायं ७.२२ तक, इसके बाद उत्तराषाढ़ा ‘ध्रुव व ऊध्र्वमुख’ संज्ञक नक्षत्र रहेगा। पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में तिथ्यादि शुभ हो तो कारीगरी, साहस, कृषि और जलयंत्र सम्बंधी कार्य शुभ होते हैं। उ.षा. नक्षत्र में सभी शुभ व मांगलिक कार्यादि शुभ होते हैं।
हरिद्वार-प्रयाग पहुंचे श्रद्धालु, गलता में रहेगी भीड़
मौनी अमावस्या पर गांगा स्नान का अधिक महत्व होने से बड़ी संख्या में लोग हरिद्वार व प्रयाग पहुंचेंगे। साथ ही गलता में भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। ज्योतिषियों के अनुसार जो लोग गंगा स्नान के लिए नहीं जा सकते, वे गंगाजल डालकर स्नान करेंगे। साथ ही दान-पुण्य किया जाएगा।
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