Good Friday : गुड फ्राईडे शुक्रवार 10 अप्रैल 2020

शोक पर्व के रूप में मनाया जाता है गुड फ्राईडे

भारत में हिंदू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई आदि अनेक धर्मों के लोग मिलजूलकर रहते हैं और सभी अपनी-अपनी धर्म संस्कृति के अनुरूप पर्व त्यौहार भी मनाते हैं। इस क्रम में ईसाई धर्म का गुड फ्राईडे पर्व भी धर्म गुरु ईसा मसीह की याद में मनाया जाता है। इस साल 2020 में गुड फ्राईडे का शोक पर्व जिसे ब्लेक डे, होली डे और ग्रेट डे 10 अप्रैल दिन शुक्रवार को मनाया जाएगा।

गुड फ्राइडे को ईसाई धर्म के लोग शोक पर्व के रूप में मनाया जाता है। कहा जाता है कि यही वो दिन था जिस दिन प्रभु ईसा मसीह को तमाम शारीरक यातनाएं देने के बाद सूली पर चढ़ाया गया था। जिसे गुड फ्राइडे को होली डे, ब्लैक डे, ग्रेट फ्राइडे के नाम से भी पहचाना जाता है।

Good Friday : गुड फ्राईडे शुक्रवार 10 अप्रैल 2020

ईसा मसीह का संदेश

कहा जाता है कि 2000 साल पहले यरुशलम के गैलिली प्रांत में प्रभु ईसा मसीह लोगों को मानवता, एकता और अहिंसा का उपदेश दे रहे थे। उनके उपदेशों से प्रभावित होकर वहां के लोगों ने उन्हें ईश्वर मानना शुरू कर दिया, जिससे वहां धार्मिक अंधविश्वास फैलाने वाले कुछ पांखड़ी धर्मगुरु ईसा मसीह से बैर भाव रखने लगे। लोगों के बीच ईसा मसाह की बढ़ती लोकप्रियता वहां के पांखड़ी ढोंगी धर्मगुरुओं को सहन नहीं हुई और उन्होंने ईसा मसीह की शिकायत रोम के शासक पिलातुस से कर दी। उन्होंने पिलातुस को बताया कि ईसा मसीह खुद को ईश्वरपुत्र बताता है और ईश्वर राज की बातें भी करता है।

Good Friday : गुड फ्राईडे शुक्रवार 10 अप्रैल 2020

ईसा मसीह की शिकायत मिलने के बाद उन पर धर्म की अवमानना के साथ राजद्रोह का आरोप लगाया गया और क्रूज पर मत्यु दंड देने का फरमान जारी कर दिया गया। दंड में मत्यु होने तक कोड़ें-चाबुक बरसाने और कांटों का ताज पहनाने के बाद कीलों से ठोकते हुए सूली पर चढ़ाया गया। ईसाई धर्म ग्रंथों के अनुसार जिस दिन ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया व मसीह ने प्राण त्यागे थे उस दिन शुक्रवार का दिन था और इसी की याद में गुड फ्राइडे मनाया जाता है।

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