अधिशासी अधिकारी राजकुमार का आरोप है कि ई-टेंडर प्रक्रिया में जब नगर पंचायत अध्यक्ष के चहेते ठेकेदारों को टेंडर नहीं मिला तो पहले उनपर टेंडर निरस्त करने का दबाव बनाया गया। इसके बाद भी जब उन्होंने टेंडर निरस्त करने से साफ इनकार कर दिया तो ठेकेदार अरुण यादव ने अपने गुर्गों के साथ उनके आवास पर धावा बोलकर उनके साथ गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी दी।
ईओ ने दावा किया है कि पिछले चार महीने से उनका वेतन रोका गया है। उनके आवास से लेकर ऑफिस तक की रेकी की जाती है। मानसिक रूप से प्रताड़ित कर जान से मारने की धमकी दिये जाने का दावा करते हुए कहा है कि इससे उनका पूरा परिवार दहशत में है।
By Rajesh Singh