आर्मी ज्वॉइन कर परिवार की गरीबी दूर करना चाहता था, संजय, कुश्ती लड़ने में चली गई जान, टूट गए सपने

पहलवान ने किशोर को ऐसी पटखनी दी कि उसकी गर्दन टूट गई। रूपये न होने के चलते केजीएमयू नहीं ले जा सका परिवार, जब रूपयों का हुआ इंतज़ाम तो रास्ते में ही दम तोड़ दिया।

<p>मौत </p>

फतेहपुर. दोस्तों के कहने पर कुश्ती लड़ने गए संजय नाम के किशोर को को न सिर्फ अपनी जान गंवानी पड़ी बल्कि उसके परिवार के सपने और उनके जीने का सहारा भी छिन गया। घायल घायल युवक के इलाज में उसकी गरीबी आ गया और और और अस्पताल ले जाने में देरी होने के चलते उसकी जान चली गई। परिजनों का आरोप है कि उसे रामजीत नाम का व्यक्ति जानबूझकर मृतक को उससे बड़े युवक से कुश्ती लड़ाने ले गया था। परिजनों की तहरीर पर 2 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज खिलाफ मुकदमा दर्ज मुकदमा दर्ज कर एक को गिरफ्तार किया किया गया है।

 

मामला गाजीपुर थाना क्षेत्र के सीतापुर गांव निवासी पेशे से मजदूर रमेश पाल का पुत्र संजय (17 वर्ष) जनता इंटर कॉलेज गाजीपुर में इंटरमीडिएट का छात्र था। हाथ बदन और खेलकूद में अच्छा संजय पढ़ाई के साथ साथ साथ सेना भर्ती की तैयारी भी कर रहा था। वह रोज सुबह की तरह शुक्रवार को भी दोस्तों के साथ। बताते हैं कि रास्ते में उसे रामजीत पाल नाम का एक एक नाम का एक एक व्यक्ति पड़ोस के गांव गड़रियन बगहा में कुश्ती लड़ाने के लिए मनाकर अपने साथ ले गया।

 

संजय को पहले अजय नाम के एक पहलवान से लड़ा गया जिसे उसने हरा दिया। इसके बाद कल्लू रैदास नाम के पहलवान से संजय की कुश्ती लड़ाई गई। कल्लू संजय पर भारी पड़ा। उसने संजय को पटक कर उसकी गर्दन पर अपना भारी-भरकम पर रख दिया जिससे उसकी गर्दन टूट गई। परिजनों को जब इसकी खबर हुई तो वह भागे भागे मौके पर पहुंचे और तत्काल संजय को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे जहां से डॉक्टर ने उसे किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ रेफर कर दिया।

 

परिजनों के पास इतने रुपए नहीं थे कि वह कल्लू कॉल लखनऊ ले जा पाते इसलिए वह उसे लेकर घर चले गए। पर रात में कल्लू के हाल है बिगड़ने लगी तो परेशान परिजनों ने किसी तरह रुपयों का इंतजाम किया और उसे केजीएमयू लखनऊ ले जा रहे थे लेकिन रास्ते में ही संजय की मौत हो गई। इस मामले में संजय के पिता और भाइयों ने रामजीत पर आरोप लगाया है कि वह उनके बेटे को बड़े व्यक्ति से कुश्ती लड़ाने ले गया जहां गर्दन टूटने से उसकी मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने संजय के पिता की तहरीर पर रामजीत पाल निवासी पहना पुर और कल्लू रैदास के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर रामजीत को गिरफ्तार कर लिया है।

 

संजय की असमय मौत के साथ ही उसके परिवार के सपने भी टूट गए। गरीब परिवार का संजय बहुत ही होनहार और तेज था। परिवार को समय से बड़ी उम्मीद थी कि संजय एक दिन पढ़ लिखकर कुछ बन जाएगा और परिवार की गरीबी दूर करेगा। परिवार की उम्मीदों का सहारा संजय के इस तरह जाने से उसकी मां सुमेरकली, भाई अजय, विजय बदहवास हो गए हैं।

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