फैजाबाद : प्रदेश के कई जिलों से राजस्व कर्मियों द्वारा सीमांकन के नाम पर रिश्वत लेने की खबरें आ रही हैं प्रदेश सरकार के सख्ती के बावजूद सरकारी कर्मचारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। फैजाबाद में भी लेखपाल द्वारा रिश्वत लेने की खबर पत्रिका उत्तर प्रदेश पर प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद जिला प्रशाशन हरकत में आया है और एसडीएम बीकापुर विजेंद्र दिवेदी ने आरोपी लेखपाल राम उजागिर को सस्पेंड कर दिया है और इसकी जांच तहसीलदार बीकापुर को सौंपी है।आरोपी लेखपाल राम उजागिर तहसील बीकापुर गांव के बलरामपुर में एक किसान की खेत की सीमांकन के लिए 5 हज़ार रिश्वत लेने का वीडियो वायरल हुआ था। ये मामला पत्रिका उत्तर प्रदेश पर प्रकाशित होने के बाद डीएम डॉ अनिल पाठक के निर्देश पर एसडीएम बीकापुर ने आरोपी लेखपाल को सस्पेंड कर दिया है और जांच तहसीलदार बीकापुर को सौंप दी है।
जमीन की पैमाइश के नाम पर लिए थे किसान से 5 हजार रुपये डीएम डॉ अनिल पाठक के निर्देश पर एसडीएम बीकापुर ने आरोपी लेखपाल को किया सस्पेंड
बताते चलें कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तमाम निर्देशों को दरकिनार कर सरकारी महकमों में भ्रष्टाचार किस तरह पनप रहा है इसकी नजीर अक्सर देखने को मिलती है | अभी बीते दिनों फैजाबाद में एक लेखपाल द्वारा किसान से पैमाइश के नाम पर पैसा वसूलने की खबर चर्चा के केंद्र बनी और इसमें कार्रवाई करते हुए दोषी लेखपाल को निलंबित कर दिया गया | बावजूद इसके इस घटना से कोई सबक लेने की जगह फैजाबाद में राजस्व विभाग में भ्रष्टाचार के रोज नए मामले सामने आ रहे हैं | अब एक ताजा मामले में लेखपाल द्वारा रिश्वत लेते हुए वीडियो के वायरल होने का | जिसमें हैदरगंज थाना क्षेत्र के बलरामपुर गाँव के लेखपाल राम उजागिर जमीन की पैमाइश के नाम पर 5000 रुपये रिश्वत लेते नजर आये थे | किसान ने पैसे देते हुए वीडियो बना लिया और उसके बाद यह वीडियो WhatsApp और Facebook पर वायरल हो गया था |