पाकिस्तानी मूल की एटा की गुदाऊ ग्राम प्रधान गिरफ्तार, जेल भेजी गई

– यूपी में चुनाव लड़ा किसी को भनक तक न लगी- 40 साल से भारत में रह रही पाकिस्तानी महिला

<p>पाकिस्तानी मूल की एटा की गुदाऊ ग्राम प्रधान गिरफ्तार, जेल भेजी गई</p>
एटा. जिला प्रशासन की लापरवाही कहें या कर्मचारियों की मिलीभगत, एक पाकिस्तानी महिला यूपी में एक गांव की प्रधान बन गई। यह घटना चौंकने वाली है। शिकायत मिलने पर जिला प्रशासन के कान खड़े हो गए और एफआईआर दर्ज कराई गई। उसकी जांच शुरू हो गई। जांच में अवैध रूप से भारत में रहने की पुष्टि हुई। इस बीच आरोपी फरार हो गई। जिसके बाद से पुलिस लगातार दबिश कर रही थी। शुक्रवार को आरोपी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया।
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मामला यह है :- मामला एटा जिले की जलेसर के गुदाऊ गांव का है जहां एक पाकिस्तानी महिला बानो बेगम (65 वर्ष) तथ्‍यों को छिपाकर करीब 40 साल से भारत में रह रही थी। उसने वर्ष 2015 में पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा था। और पंचायत सदस्य के लिए चुन भी ली गई। तत्कालीन ग्राम प्रधान शहनाज बेगम की मृत्यु के बाद तथ्‍यों को छिपाकर बानो बेगम प्रभारी ग्राम प्रधान बन गई। शिकायत के बाद जिला प्रशासन ने तेजी दिखाई। अब पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
बानो पाकिस्तान की निवासी है :- एटा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने बताया कि, थाना जलेसर पुलिस ने मामला पंजीकृत किया था, जिसमें फरार चल रही आरोपी महिला को गिरफ्तार करने में पुलिस ने सफलता प्राप्त की है। कार्यवाहक प्रधान बानो बेगम के खिलाफ इसी साल जनवरी को तत्कालीन पंचायत सचिव ध्यानपाल सिंह ने थाना जलेसर में सूचना दी थी। तत्कालीन पंचायत सचिव ने बताया था कि ग्राम गुदाऊ की निर्वाचित ग्राम प्रधान की मौत के उपरांत पंचायत के विकास कार्यों के लिए ग्राम पंचायत सदस्य बानो को अग्रिम आदेशों तक कार्यवाहक ग्राम प्रधान के रूप में नामित किया गया था, पर ग्राम पंचायत गुदाऊ के ग्रामीणों को यह मंजूर नहीं हुआ और उन्होंने शिकायत की कि नामित कार्यवाहक प्रधान बानो पाकिस्तान की निवासी हैं।
जांच में आरोप सही पाए गए :- एटा एसपी ने सूचना के बाद इस प्रकरण की जांच कराई तो आरोप सही पाए गए। एसपी एटा ने बताया कि जांच में पाया कि पाकिस्तानी नागरिक बानो की शादी आठ जून 1980 को एटा निवासी अख्तर अली के साथ हुई थी। जांच में पता चला कि बाद में बानो दीर्घकालिक वीजा को विस्तारित कराकर यहीं पर रहते-रहते ग्राम पंचायत सदस्य चुन ली गईं। और ग्राम प्रधान की मौत के बाद कार्यवाहक ग्राम प्रधान बन गई।
आरोपी बानो गिरफ्तार:- पुलिस ने बताया कि, बानो ने तथ्यों को छिपाकर कार्यवाहक ग्राम प्रधान का पद हासिल किया। इस सूचना पर उसके खिलाफ धोखाधड़ी, दस्तावेजों में हेराफरी और विदेशी अधिनियम सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया था। मुखबिर की सूचना पर जलेसर थाना प्रभारी निरीक्षक अमित कुमार ने टीम सहित फरार आरोपी बानो को उसके घर के पास से शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया।
वोटर आईडी कार्ड और आधार कार्ड बनवाए :- ग्राम पंचायत राज अधिकारी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि, 10 दिसंबर 2020 को ग्राम प्रधान प्रभारी के रूप में बानो बेगम की नियुक्ति की गई थी। जांच में पाया गया कि, वह एक पाकिस्तानी नागरिक है, पर अवैध तरीकों से वोटर आईडी कार्ड और आधार कार्ड बनवा लिए थे। इसके बाद सचिव ध्यान सिंह को एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए गए थे।
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