कोतवाली नगर के मोहल्ला श्रृंगार नगर की अधिवक्ता आलोक तिवारी वाली गली में राजेश्वर प्रसाद पचौरी का मकान है। इनका बेटा दिवाकर पचौरी रुड़की में नौकरी करता है। दिवाकर की पत्नी दिव्या पचौरी, दो बच्चों आरुष (10 वर्ष), छोटू (10 माह) और ससुर राजेश्वर प्रसाद पचौरी के साथ रहती थी। सुबह दूधवाले ने जब दरवाजा खटखटाया तो काफी देर तक वो नहीं खुला। उसने पड़ोसियों से मदद मांगी तो भी दरवाजा नहीं खुलवाया जा सका। इस पर पुलिस को सूचना दे दी गई।
हत्या और आत्महत्या में उलझा मामला
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तफ्तीश की तो घर में जाने का केवल एक ही रास्ता था। उस दरवाजे को कटवाकर खुलवाया गया। अंदर का नजारा काफी भयावह था। बहू दिव्या और रिटायर्ड स्वास्थ्यकर्मी राजेश्वर के हाथ की नस कटी हुई थी। दोनों नाती भी निढाल पड़े थे। वहीं ऊपर के तल पर बिस्तर पर बेटे की साली की लाश पड़ी हुई थी। बाकियों का गला दबाए जाने की आशंका है। मौके पर पुलिस के आलाअधिकारी पहुंच गए। प्रथम दृष्टया हुई तफ्तीश में परिवार के आत्महत्या करने की बात सामने आ रही है। मामला हत्या और आत्महत्या में उलझ गया है।
फॉरेसिंक टीम कर रही छानबीन
एसएसपी सुनील कुमार सिंह द्वारा फॉरेंसिक टीम को बुलाकर मौके से साक्ष्य जुटाए गए। मौके पर ब्लेड और सल्फास की गोलियां मिली हैं। एसएसपी का कहना है कि हत्या या आत्महत्या है, अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की वजह स्पष्ट हो सकेगी। पुलिस और फॉरेसिंक टीम घटनास्थल पर छानबीन कर रही है।