करीब छह महीने पहले पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने अपने पूरी ताकत झोंक दी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा गृहमंत्री अमित शाह ने यहां पर कई रैलियां कर भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने की भरपूर कोशिश की गई। इसके अलावा केंद्र सरकार के अधिकांश मंत्रियों ने भी पश्चिम बंगाल में रैली पर यहां की जनता से भाजपा के पक्ष में मतदान करने की अपील की थी। इसके अतिरिक्त उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत कई भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी पश्चिम बंगाल पहुंचकर भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की थी। इसके अलावा भाजपा नेताओं ने पश्चिम बंगाल की सत्ता पर कब्जा करने के मकसद से ममता बनर्जी के दल तृणमूल कांग्रेस में भी जमकर सेंधमारी की थी। लेकिन पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव परिणाम में भाजपा को सिर्फ मायूसी ही मिली। हालांकि यहां पर भाजपा विधायकों की संख्या में खासा इजाफा हुआ, लेकिन सत्ता नहीं हासिल कर सकी।
जहां-जहां पीएम मोदी करेंगे रैली, वहां-वहां पहुंचेंगी ममता दीदी
अब जब उत्तर प्रदेश में होने वाले 2022 के विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है। यूपी की सत्ता पाने के लिए सभी बड़े और छोटे राजनीतिक दल जुट गए हैं। वहीं, रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यूपी के विधानसभा चुनाव में भाजपा को मात देने के लिए सपा के साथ जाने का एलान किया। इतना ही नहीं ममता बनर्जी ने रविवार को यह भी एलान किया है कि उत्तर प्रदेश में जहां-जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रैली को संबोधित करेंगे, उन जगहों पर वह सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ रैली कर भाजपा के खिलाफ चुनाव प्रचार करेगी।
अब जब उत्तर प्रदेश में होने वाले 2022 के विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है। यूपी की सत्ता पाने के लिए सभी बड़े और छोटे राजनीतिक दल जुट गए हैं। वहीं, रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यूपी के विधानसभा चुनाव में भाजपा को मात देने के लिए सपा के साथ जाने का एलान किया। इतना ही नहीं ममता बनर्जी ने रविवार को यह भी एलान किया है कि उत्तर प्रदेश में जहां-जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रैली को संबोधित करेंगे, उन जगहों पर वह सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ रैली कर भाजपा के खिलाफ चुनाव प्रचार करेगी।
कुल मिलाकर ममता बनर्जी के इस एलान ने भारतीय जनता पार्टी की चिंताएं बढ़ा दी है। हालांकि भाजपा नेताओं का कहना है कि ममता बनर्जी का उत्तर प्रदेश में कोई खास प्रभाव नहीं है और ना ही आने वाले विधानसभा के चुनाव में इसका कोई असर पड़ेगा। कुल मिलाकर अब देखना है कि ममता बनर्जी उत्तर प्रदेश में खेला कर पाएगी या नहीं, ये २०२२ के विधानसभा चुनाव के परिणाम बताएंगे।
राजेशपति और ललितेशपति त्रिपाठी टीएमसी में हुए शामिल
पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में यूपी के पूर्व सीएम कमलापति त्रिपाठी के पोते राजेशपति त्रिपाठी और ललितेशपति त्रिपाठी ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और टीमसी नेता अभिषेक बनर्जी की मौजूदी में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए। माना जा रहा है कि यूपी में सपा और टीएमसी का गठबंधन होने जा रहा है। जिसमे सपा दो सीटें टीएमसी को देगी. जिसमें एक मिर्जापुर जिले की मड़िहान विधानसभा सीट ललितेशपति त्रिपाठी की होगी। राजेशपति त्रिपाठी और ललितेशपति त्रिपाठी प्रियंका गांधी के काफी करीबी थे। दोनों के ममता के साथ जाने से पूर्वांचल में कांग्रेस को बड़ा झटका माना जा रहा है।
पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में यूपी के पूर्व सीएम कमलापति त्रिपाठी के पोते राजेशपति त्रिपाठी और ललितेशपति त्रिपाठी ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और टीमसी नेता अभिषेक बनर्जी की मौजूदी में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए। माना जा रहा है कि यूपी में सपा और टीएमसी का गठबंधन होने जा रहा है। जिसमे सपा दो सीटें टीएमसी को देगी. जिसमें एक मिर्जापुर जिले की मड़िहान विधानसभा सीट ललितेशपति त्रिपाठी की होगी। राजेशपति त्रिपाठी और ललितेशपति त्रिपाठी प्रियंका गांधी के काफी करीबी थे। दोनों के ममता के साथ जाने से पूर्वांचल में कांग्रेस को बड़ा झटका माना जा रहा है।