ईसीआई से करेंगे शिकायत
उन्होंने कहा कि हम भारत के चुनाव आयोग के समक्ष शिकायत दर्ज कराएंगे, जिसमें केंद्र शासित प्रदेश में भाजपा और विधानसभा चुनाव के उम्मीदवारों की पुडुचेरी इकाई को मान्यता समाप्त करने की मांग की जाएगी। फोन नंबर सहित आधार नंबर की जानकारी प्राप्त करना एक गंभीर अपराध है और गोपनीयता भंग करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा को यह बताना चाहिए कि उसे मतदाताओं का व्यक्तिगत विवरण कैसे मिला? उन्होंने कहा कि यह सत्ता के दुरुपयोग का एक स्पष्ट उदाहरण है। नारायणसामी ने कहा कि ईसीआई को इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए और सभी राजनीतिक दलों के लिए एक स्तरीय मैदान सुनिश्चित करना चाहिए।
मैनिफेस्टो पर क्यों चुप है अलायंस के बाकी साथी
केंद्र शासित प्रदेश को राज्य का दर्जा देने पर भाजपा का घोषणापत्र चुप है। पूर्व सीएम ने ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि एन रंगासामी को स्पष्ट करना चाहिए कि वो भाजपा के इस मैनिफेस्टो से इत्तेफाक रखते हैं या नहीं। नारायणसामी ने कहा कि एआईएनआरसी ने राजनीतिक दलों से यहां तक कहा था कि जब तक केंद्र राज्य को पूर्ण दर्जा देने की मांग को स्वीकार नहीं करता तब तक उन्हें चुनाव का बहिष्कार करना चाहिए। अब, उनके गठबंधन सहयोगी ने एक घोषणापत्र दिया है जो पूर्ण राज्य का दर्जा देने पर चुप है। एआईएनआरसी को अब जवाब देना चाहिए?
नारायणसामी की रंगासामी को चुनौती
पूर्व मुख्यमंत्री ने श्री रंगासामी को पिछले साढ़े चार वर्षों के दौरान कांग्रेस सरकार के प्रदर्शन पर खुली बहस के लिए भी चुनौती दी। इस मौके पर सांसद वी। वैथीलिंगम और पीसीसी (प्रदेश कांग्रेस कमेटी) के वरिष्ठ उपाध्यक्ष पीके देवदास भी उपस्थित थे। आपको बता दें कि 6 अप्रैल को पुडुचेरी में एक ही चरण में 30 विधानसभा क्षेत्रों में मतदाना होगा। 2 अप्रैल को चुनाव परिणाम सामने आ जाएंगे। अब देखने वाली बात होगी कि कांग्रेस की इस शिकायत पर इलेक्शन कमीशन का क्या रुख रहता है।