आज केरल में हो रही है वोटिंग
केरल विधानसभा चुनावों के लिए आज 140 सीटों पर वोटिंग जारी है। इन 140 सीटों में से 14 सीटें अनुसूचित जाति और 2 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए रिजर्व हैं। इन 140 सीटों पर कुल 957 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) की ओर से सीपीएम 77, सीपीआई 24, केरल कांग्रेस 12, जे़डीएस 4, एनसीपी 3, इंडियन नेशनल लीग 3, लोकतांत्रिक जनता दल 3 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। बाकी सीटों पर सहयोगी दलों ने अपने प्रत्याशी खड़े किए हैं।
केरल विधानसभा चुनावों के लिए आज 140 सीटों पर वोटिंग जारी है। इन 140 सीटों में से 14 सीटें अनुसूचित जाति और 2 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए रिजर्व हैं। इन 140 सीटों पर कुल 957 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) की ओर से सीपीएम 77, सीपीआई 24, केरल कांग्रेस 12, जे़डीएस 4, एनसीपी 3, इंडियन नेशनल लीग 3, लोकतांत्रिक जनता दल 3 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। बाकी सीटों पर सहयोगी दलों ने अपने प्रत्याशी खड़े किए हैं।
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कांग्रेसनीत यूडीएफ में कांग्रेस 93 सीटों पर, मुस्लिम लीग 25 सीटों पर, केरल कांग्रेस (जोसेफ) 10, आरएसपी 5 सीट तथा बाकी 7 सीटों पर अन्य सहयोगी दल चुनाव लड़ रहे हैं। इसी तरह भाजपा ने 113 सीटों पर खुद के उम्मीदवार उतारे हैं, 3 सीटों पर उसके प्रत्याशियों के नामांकन रद्द हो गए हैं, जबकि सहयोगी भारतीय धर्म जनसेना पार्टी 21 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, बाकी 6 सीटों पर अन्य सहयोगी दल चुनाव लड़ेंगे। सत्ताविरोधी लहर को दबाने के लिए लेफ्ट ने किया बड़ा फेरबदल
मौजूदा समय में केरल में सत्ताविरोधी लहर चल रही है हालांकि मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन का करिश्माई व्यक्तित्व है, पार्टी को उनके नाम पर वोट भी मिलते हैं, लेकिन अभी उनका नाम हाई प्रोफाइल गोल्ड स्मगलिंग केस में उछाला जा चुका है, इसके अलावा विपक्ष और भाजपा दोनों ही सबरीमाला जैसे मुद्दों को लेकर सरकार पर आक्रामक भी हो रहे हैं। भाजपा लव जिहाद जैसे मुद्दों को उछाल रही है तो मेट्रो मैन ई. श्रीधरन को भी अपने मुख्यमंत्री प्रत्याशी के रुप में प्रोजेक्ट कर रही है। इसके साथ-साथ कांग्रेस भी राहुल और प्रियंका की ताबड़तोड़ रैलियां आयोजित कर रही है। इन सभी चीजों से निपटने के लिए एलडीएफ ने लगभग 30 से अधिक मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए हैं, उनकी जगह युवाओं तथा महिलाओं को टिकट दिए गए हैं। कार्यकर्ताओं और नेताओं के लिए गाइडलाइन जारी की गई हैं। इसके साथ ही पार्टी कार्यकर्ता घर-घर जाकर मतदाताओं से संपर्क करने का प्रयास कर रहे हैं।
मौजूदा समय में केरल में सत्ताविरोधी लहर चल रही है हालांकि मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन का करिश्माई व्यक्तित्व है, पार्टी को उनके नाम पर वोट भी मिलते हैं, लेकिन अभी उनका नाम हाई प्रोफाइल गोल्ड स्मगलिंग केस में उछाला जा चुका है, इसके अलावा विपक्ष और भाजपा दोनों ही सबरीमाला जैसे मुद्दों को लेकर सरकार पर आक्रामक भी हो रहे हैं। भाजपा लव जिहाद जैसे मुद्दों को उछाल रही है तो मेट्रो मैन ई. श्रीधरन को भी अपने मुख्यमंत्री प्रत्याशी के रुप में प्रोजेक्ट कर रही है। इसके साथ-साथ कांग्रेस भी राहुल और प्रियंका की ताबड़तोड़ रैलियां आयोजित कर रही है। इन सभी चीजों से निपटने के लिए एलडीएफ ने लगभग 30 से अधिक मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए हैं, उनकी जगह युवाओं तथा महिलाओं को टिकट दिए गए हैं। कार्यकर्ताओं और नेताओं के लिए गाइडलाइन जारी की गई हैं। इसके साथ ही पार्टी कार्यकर्ता घर-घर जाकर मतदाताओं से संपर्क करने का प्रयास कर रहे हैं।
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