मुख्य न्यायाधीश एस. मणिकुमार तथा जस्टिस शाहजी पी. चाली ने अपने आदेश में कहा है कि चुनाव आयोग द्वारा जारी की गई वोटर्स लिस्ट में प्रथम दृष्टया कई अनियमितताएं देखने में आई हैं। ऐसे में चुनाव से जुड़ी राज्य तथा केन्द्रीय एजेंसियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि चुनावों में किसी भी प्रकार की धांधली न हो पाएं और इसके लिए युद्ध स्तर पर कार्य होना चाहिए।
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उल्लेखनीय है कि विपक्ष के प्रमुख नेता रमेश चेन्नीथला ने इस संबंध में चुनाव आयोग को शिकायत की थी। इसके बाद उनके वकील टी. आसिफ अली ने हाईकोर्ट में अपील कर कहा था कि राज्य के 131 विधासनभा क्षेत्रों में 3,24,441 डबल वोटर्स तथा 1,09,601 बोगस वोटर्स के नाम शामिल हैं। वकील ने कोर्ट में कहा था कि इस संबंध में चुनाव आयोग को शिकायत दी गई थी परन्तु आयोग ने उनकी शिकायत पर कोई एक्शन नहीं लिया। कोर्ट में चुनाव आयोग के वकील ने कहा कि शिकायत मिलते ही इस पर त्वरित कार्यवाही की गई तथा चुनाव से जुड़े अधिकारियों को तुरंत ही सभी वोटर्स लिस्ट को जांचने तथा उन्हें सही करने के दिशा-निर्देश जारी किए गए थे। चुनाव आयोग की तरफ से यह भी कहा गया कि इनमें से अधिकतर वे लोग हैं जिन्होंने किसी कारण से अपना घर बदल कर नई जगह पर ले लिया और पुरानी जगह से अपना नाम नहीं कटवाया। अब लिस्टों को सही करने का काम किया जा रहा है।