भारतीय रुपया गुरुवार सुबह के कारोबारी सत्र के दौरान अमरीकी डॉलर के मुकाबले नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया। एक अमरीकी डॉलर की कीमत 70.81 रुपये पर पहुंच गई।
नर्इ दिल्ली। भारतीय रुपया गुरुवार सुबह के कारोबारी सत्र के दौरान अमरीकी डॉलर के मुकाबले नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया। एक अमरीकी डॉलर की कीमत 70.81 रुपये पर पहुंच गई। सुबह के सत्र के दौरान करीब 10:00 बजे भारतीय रुपया 70.68 पर पहुंच गया था। इसके बाद यह एक अमरीकी डॉलर के मुकाबले 70.81 के स्तर पर पहुंच गया। आपको बता दें कि एक दिन पहले अमरीकी डाॅलर 70.50 पर बंद हुआ था, रुपए में सबसे बड़ी गिरावट थी।
रुपया अपने सबसे निचले स्तर पर
इंटरबैंक विदेशी विनिमय बाजार सुबह एक अमरीकी डॉलर के मुकाबले 70.58 रुपए के साथ खुला। लेकिन यह जल्द ही दबाव के चलते 70.65 रुपए के निचले स्तर पर पहुंच गया। विश्लेषकों के मुताबिक, विदेशी निधि के लगातार निकलने, वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों के अस्थिर होने से भारतीय रुपया नए निचले स्तर पर पहुंचा है। आनंद राठी शेयर और स्टॉक ब्रोकर्स के शोध विश्लेषक ऋषभ मारू ने कहा, “आयातकों के महीने के अंत में अमरीकी डॉलर की मांग व कच्चे तेल की कीमतों की वजह से रुपये की कीमत गिरी है।”
बुधवार को भी गिरा था रुपया
बुधवार को रुपया डाॅलर के मुकाबले एतिहासिक गिरावट की आेर जा चुका है। आंकड़ों की मानें तो बुधवार को रुपया के डाॅलर के मुकाबले 42 टूटकर 70.52 के स्तर पर आ गया। अभी भारत के इतिहास में रुपया इतने नीचे कभी नहीं आया था। आपको बता दें कि इससे पहले 16 अगस्त को डॉलर के मुकाबले रुपया 70.40 तक टूटा जो तब तक का सबसे निचला स्तर था।
देश की इकोनाॅमी पड़ेगा बुरा असर
इससे पहले 16 अगस्त को रुपया एक समय 70.40 तक टूटा था, जो इसका न्यूनतम स्तर था। आपको बता दें कि रुपया पिछले कुछ समय से काफी गिरा है। जिसकी वजह से देश की इकोनाॅमी पर भी काफी बुरा असर पड़ा है। वहीं रुपए की गिरने की वजह से देश में महंगार्इ भी काफी बढ़ गर्इ है।